नक्सली समर्पण करें नहीं तो दो साल में उन्हें उखाड़ देंगे : केंद्रीय गृहमंत्री
कांकेर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सली समर्पण करें नहीं तो दो साल में उन्हें उखाड़ देंगे । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विकास कार्यों में नक्सलवाद को बड़ी बाधा बताते हुए नक्सलियों को चेताया और कहा कि वे आत्मसमर्पण कर दें नहीं तो दो साल में उन्हें उखाड़ देंगे।
छत्तीसगढ़ के कांकेर में भाजपा उम्मीदवार भोजराज नाग के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, इस देश से नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को समाप्त किया और नक्सलवाद समाप्ति की कगार पर है। छत्तीसगढ़ में पांच साल तक भूपेश बघेल की सरकार थी, नक्सलवादियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी। बीते चार माह में छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा चार माह में 90 से ज्यादा माओवादियों को खत्म करने का काम बीजेपी की सरकार ने किया, 113 को गिरफ्तार किया, ढाई सौ ने सरेंडर किए। नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार को दो साल दे दीजिए, नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बना दीजिए, छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को उखाड़ कर फेंक देंगे। जब तक नक्सलवाद है तब तक आदिवासी भाइयों के घर बिजली नहीं पहुंचती, स्कूल नहीं, राशन की दुकान नहीं है। नक्सली आत्मसमर्पण कर दें वरना इस देश से नक्सलवाद को समाप्त कर देंगे।
कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा, भगवान श्री राम के ननिहाल में आया हूं और हम सब ने अपने जीवन में इस 17 तारीख को एक अनुपम दृश्य देखा। 500 साल से टेंट में बैठे रामलला ने अपना जन्मदिन भव्य मंदिर में मनाया और वहां सूर्य तिलक का दृश्य हुआ। जब राम मंदिर टूटा तब से करोड़ों लोगों की इच्छा थी, कई लोग शहीद हो गए कि रामलला अपने मंदिर में विराजमान हों। मगर कांग्रेस पार्टी सालों तक रामलला की जन्म भूमि के प्रश्न को अटकाती रही, लटकाती रही, भटकाती रही और आपने नरेंद्र मोदी को दूसरी प्रधानमंत्री बनाया उन्होंने केस भी जीत लिया, भूमि पूजन भी किया और प्राण प्रतिष्ठा कर जय श्री राम कर दिया।
कांग्रेस पार्टी को जब निमंत्रण भेजा गया प्राण प्रतिष्ठा का तो, उसने अपने वोट बैंक के लालच से भगवान राम के दरबार में नहीं गए, उन्हें जो करना हो करने दो, हम नहीं डरते। हमने सिर्फ राम मंदिर नहीं, काशीनाथ कॉरिडोर और अब सोमनाथ का मंदिर भी सोने से बन रहा है। नरेंद्र मोदी ने इस 10 साल के अंदर बहुत बड़ा परिवर्तन करने का काम किया। वह ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके पास 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड भी है और 25 साल का एजेंडा भी।