जम्मू : जम्मू कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही केंद्र सरकार ने राज्य का पुनर्गठन कर दिया था. जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा समाप्त कर इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया था. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. परिसीमन का कार्य पूरा हो गया है वहीं अब प्रदेश में चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग आयोग भी एक्टिव मोड में है.
चुनाव आयोग की सक्रियता के बीच अब जम्मू कश्मीर के सियासी दल भी सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. राजनीतिक दलों ने भी नफा-नुकसान का आकलन और समीकरणों के साथ ही गठबंधन पर मंथन शुरू कर दिया है. इस बीच बुधवार को सूबे की प्रमुख राजनीतिक पार्टी डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ये ऐलान कर दिया है कि पार्टी जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में केंद्र शासित प्रदेश की सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस ऐलान के साथ ही गुपकार अलायंस का भंग होना तय माना जाने लगा है. नेशनल कॉन्फ्रेंस, पांच दलों के समूह गुपकार का प्रमुख घटक दल थी. गुपकार अलायंस का गठन जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 फिर से बहाल कराने के लिए किया गया था.
गौरतलब है कि गुपकार समूह ने जिला विकास परिषद का चुनाव साथ लड़ा था. तब सज्जाद गनी लोन की पार्टी पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी गुपकार समूह की एक घटक थी. जिला विकास परिषद के चुनाव के समय गुपकार समूह के सभी घटक दल साथ मिलकर चुनाव लड़े थे. इसके बाद ये माना जा रहा था कि गुपकार समूह विधानसभा चुनाव भी साथ मिलकर ही लड़ेगा.
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला ने इससे पहले साफ किया था कि गुपकार समूह साथ मिलकर जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव लड़ेगा. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अलावा पीडीपी की ओर से भी इसी तरह का बयान आया था. हालांकि, अब बदले हालात में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.