अहमदाबाद : महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद उसके गठबंधन वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को गुजरात में झटका लगा है, राज्य में उनके एक मात्र विधायक कांधल जाडेजा ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को मत दिया है। खुद कांधल ने बाहर आकर इसकी जानकारी दी। गुजरात विधानसभा के सदस्यों की संख्या 182 है लेकिन 4 सीट रिक्त हैं।
भाजपा के 111 व कांग्रेस 63 विधायकों के अलावा एनसीपी के एक व भारतीय ट्राइबल पार्टी के 2 विधायक इसमें शामिल हुए। महाविकास अघाडी सरकार के गिरने के साथ ही महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब एनसीपी के नेता भी पार्टी से दूर होने लगे हैं। गुजरात के एकमात्र एनसीपी विधायक कांधल जाडेजा ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में मत दिया।
कांधल सौराष्ट्र की कुतियाणा विधानसभा सीट से विधायक हैं। इससे पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान भी कांधल अपनी पार्टी से अलग जाकर मतदान करते रहे हैं। दरअसल राज्य में कांधल एनसीपी के एकमात्र विधायक हैं इसलिए उन्हें दूसरा को व्हीप जारी नहीं कर सकता है, कांधल अपनी मर्जी व सुविधा के अनुसार ही राज्यसभा व राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करते रहे हैं।