NDMA ने आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का किया परीक्षण, प्राकृतिक आपदा को लेकर लोगों को किया जाएगा सचेत
नई दिल्ली : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने सी-डाट द्वारा विकसित आपातकालीन चेतावनी प्रणाली का परीक्षण किया जोकि प्राकृतिक आपदा के समय लोगों को सचेत करेगी। सैंपल टेस्ट मैसेज गुरुवार को जियो और बीएसएनएल नेटवर्क पर ग्राहकों को भेजा गया। मोबाइल पर मैसेज पहुंचते वक्त एक तेज बीप सुनाई दी। असल में इस सेवा का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान लोगों को समय पर चेतावनी या सूचना देना है। सी-डाट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि यह तकनीक फिलहाल विदेश में है और सी-डाट इसे घरेलू तौर पर ही विकसित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आपातकालीन चेतावनी तकनीक पर काम चल रहा है। इसके माध्यम से एनडीएमए द्वारा आपदा के समय सीधे मोबाइल स्क्रीन पर अलर्ट भेजा जाएगा। वर्तमान में इसका जियो और बीएसएनएल नेटवर्क पर परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परीक्षण देशभर में किए जाएंगे। उधर, फोन पर भेजे संदेश में कहा गया कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्राडक स्टग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक सैंपल टेस्ट मैसेज है। कृपया इस संदेश को अनदेखा करें।
आपकी ओर से किसी प्रतिक्रिया की आवश्यकता नहीं है। सरकार भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए बेहतर तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है।’रियल टाइम’ में बाढ़ की अपडेट देने के लिए ‘फ्लडवाच’ एप लांचकेंद्र सरकार ने बाढ़ की स्थिति पर ‘रियल टाइम’ जानकारी प्रदान करने के लिए गुरुवार को ‘फ्लडवाच’ एप लांच किया।
केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष कुश वदर वोहरा ने कहा कि ‘फ्लडवाच’ एप 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ‘रियल टाइम’ में बाढ़ से जुड़े अपडेट भेजने के लिए 338 स्टेशनों से आंकड़े इकट्ठा करेगा। वोहरा ने एप लांच करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य मोबाइल पर बाढ़ से संबंधित जानकारी प्रदान करना है। इसमें सात दिनों तक का पूर्वानुमान दिया जाएगा।
यह बाढ़ की घटनाओं के दौरान नुकसान को कम करेगा। उन्होंने बताया कि ‘फ्लडवाच’ लिखित और आडियो दोनों तरह का चेतावनी संदेश और बाढ़ का पूर्वानुमान भेजेगा। यह एप अभी हदी और अंग्रेजी में सूचनाएं प्रसारित करेगा लेकिन जल्द ही यह अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी संदेश भेजना शुरू कर देगा।