स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने बोला है कि टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में नीरज चोपड़ा के एतिहासिक स्वर्ण पदक ने देश के ट्रैक एवं फील्ड प्लेयर्स को मानसिक रूप से राहत पहुंचाई है.
एएफआई प्रमुख ने बोला कि खेल के बड़े मंच पर अपनी उपलब्धि से चोपड़ा ने दुनिया को दिखा दिया है कि कुछ भी असंभव नहीं है और भारत में भविष्य में और अधिक विजेता तैयार करने की क्षमता है. चोपड़ा ने इस महीने संपन्न हुए ओलंपिक में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा का पदक जीतने वाला पहला भारतीय प्लेयर बनकर इतिहास रचा.
नैरोबी में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में भारत की मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के कांस्य पदक जीतने के बाद सुमारिवाला ने बोला कि, एथलीटों का मार्गदर्शन करने और उन्हें आगे का रास्ता दिखाने के लिए महासंघ है.
नीरज के स्वर्ण पदक ने रास्ता दिखाया है कि ये संभव है. उसने मानसिक बाधा दूर की है और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि काफी नतीजे मिलेंगे. उन्होंने बोला कि, नीरज ने रास्ता दिखाया है, हिमा (दास) ने रास्ता दिखाया है और ये सबूत है कि हम नए भारत के रूप मं उभर रहे हैं.
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भरत, प्रिया, सुम्मी और कपिल की चार गुणा 400 मीटर मिश्रित टीम ने तीन मिनट 20.60 सेकेंड के साथ नैरोबी में अंडर 20 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता. सुमारिवाला के अनुसार, अंडर 20 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक एथलेटिक्स में भारत की बेंच स्ट्रैंथ को दर्शाता है.