उज्जैन: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने परिवार के साथ भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने नेपाल से लाए गए रुद्राक्ष भगवान महाकाल (lord mahakal) को अर्पित किए. उनके साथ नेपाल के कुछ मंत्रियों और राजनेता शामिल थे. नेपाल के प्रधानमंत्री शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे. उनके साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल, उज्जैन के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, शिवराज सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने अभिवादन किया.
इसके बाद प्रधानमंत्री ने महाकाल लोक का भ्रमण किया. महाकाल लोक का भ्रमण करने के बाद वह सीधे प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे. महाकालेश्वर मंदिर के आशीष पुजारी ने बताया कि नेपाल के प्रधानमंत्री ने भगवान महाकाल की विधि-विधान से पूजा अर्चना की. इस दौरान उनके परिवार के कई सदस्य और नेपाल के मंत्री भी मौजूद थे.
आशीष पुजारी ने बताया कि नेपाल से लाए गए रुद्राक्ष को उन्होंने भगवान महाकाल को अर्पित किए. इसके बाद भारत और नेपाल के अच्छे संबंधों तथा नेपाल की जनता की सुख समृद्धि के लिए भगवान महाकाल की पूजा अर्चना की. नेपाल के प्रधानमंत्री को पूजा अर्चना शासकीय पुजारी घनश्याम गुरु ने करवाई, जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महाकालेश्वर मंदिर में पूजा करवाई थी.
पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि भगवान शिव को सबसे अधिक प्रिय रुद्राक्ष फल है. रुद्राक्ष बड़ी मात्रा में नेपाल में पाए जाते हैं. नेपाल के प्रधानमंत्री ने पूजा अर्चना के बाद ‘जय महाकाल’ का उद्घोष भी किया. उन्होंने रुद्राक्ष से सौ दाने भगवान महाकाल को अर्पित किए. पंडित आशीष पुजारी के मुताबिक भगवान शिव को रुद्राक्ष अर्पित करने से सारी मनोकामना पूर्ण होती है और पूजा भी सफल मानी जाती है.