ये गलती कभी न करें महिलाएं, सोनाली बेंद्रे को इसी से हुआ था कैंसर
कुछ महीनों पहले बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे को कैंसर होने की खबर आई. सोनाली बेंद्रे ने अपने ट्विटर एकाउंट से जानकारी साझा की थी कि उन्हें हाई ग्रेड कैंसर है जो अब मेटास्टेरॉइज्ड हो गया है यानी कि इसका प्रभाव शरीर के अन्य अंगों पर पड़ने लगा है. सोनाली बेंद्रे ने न्यूयॉर्क में इलाज कराया और अब वो ठीक हैं. अब ये पढ़ने के बाद आप सोच रहे होंगे कि मेटास्टेरॉइज्ड कैंसर आखिर होता क्या है. तो आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मेटास्टेरॉइज्ड कैंसर वास्तव में है क्या.
आपको बता कि कैंसर का प्रभाव शरीर के जिस हिस्से पर पहले पड़ता है उसे प्राइमरी स्पॉट कहते है. उसके बाद धीरे धीरे जब यह कैंसर फूटता है तो कैंसर कोशिकाएं टूटकर रक्त के जरिये शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचती है और कैंसर अन्य हिस्सों में फैलने लगता है जिसे हम मेटास्टेटिक कैंसर कहते है. कैंसर की ये कोशिकाएं जब शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचकर ट्यूमर बनाना शुरू करते इस तरह के ट्यूमर को मेटास्टेटिक ट्यूमर कहा जाता है.
महिलाएं रखे इन बातों का ध्यान:
ध्यान रहे कि आप प्रतिदिन फल औऱ सब्जियों का सेवन जरूर करे जिससे स्तन कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है. दूसरा तरीका यह है कि यदि कोई नित्य व्यायाम करता है तो कैंसर का खतरा कम हो सकता है. एक अध्ययन के अनुसार प्रत्येक सप्ताह 75 से 150 मिनट का ब्रिस्क वॉक इस खतरे को कम कर सकता है. जो महिलाएं अपने अपनो बच्चों को स्तनपान कराती है उन्हें कैंसर होने का खतरा बहुत कम होता है.
अगर आपको भी बैकपेन होता है ध्यान रहे कि आपको भी ये गम्भीर बीमारी हो सकती है. और यदि महिलाओं का पेट दर्द भी होता है तो उन्हें इसके प्रति सचेत रहना चाहिए ऐसे दर्द होने पर रोगी को तुरन्त चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए. मासिक चक्र में अनियमितता भी इस भयानक समस्या का कारण हो सकती है.