नई दिल्ली : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 15 फ्लाईओवर ढाई महीने में तैयार हो जाएंगे। फ्लाईओवर का निर्माण होते ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) एक्सप्रेसवे के मुख्य लेन के निर्माण में तेजी लाएगा। शहर की सीमा में एक्सप्रेसवे का काम 10 अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य है।दिल्ली डीएनडी फ्लाईओवर से लेकर पलवल के मंडकौला गांव तक बनाए जा रहे 59 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का दूसरा खंड दिल्ली मीठापुर से लेकर सेक्टर-65 मलेरना मोड़ तक है। इस खंड शहर का अधिकांश हिस्सा शहर की सीमा में है। इस वजह से इसमें फ्लाईओवर और अंडरपास की संख्या भी काफी है।
फिलहाल आगरा-गुरुग्राम नहर से सेक्टर-37 के सामने तक, पल्ला चौक, एत्मादपुर गांव-आईपी कॉलोनी के सामने एलिवेटेड फ्लाईओवर, सेक्टर-30 पुलिस लाइन मोड़, सेक्टर-29 मोड़, खेड़ी पुल चौक, सेक्टर-18 टी प्वाइंट, सेक्टर-17, बीपीटीपी चौक से बड़ौली मोड़ तक एलिवेटेड फ्लाईओवर, बड़ौली गांव के सामने अंडरपास, सेक्टर-75-आठ के सामने अंडरपास, सेक्टर-आठ-तीन के सामने फ्लाईओवर, बल्लभगढ़-तिगांव रोड मोड़ पर फ्लाईओवर, आईएमटी के सामने फ्लाईओवर, चंदावली मोड़ के सामने अंडरपास बनाए जा रहे हैं।
इनमें से सबसे लंबा फ्लाईओवर बीपीटीपी चौक से लेकर बड़ौली मोड़ तक बन रहा है। इस फ्लाईओवर की लंबाई 1700 मीटर है। इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य गत वर्ष शुरू हुआ था। गत वर्ष 12 मई से इस फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की वजह से सेक्टर-नौ मोड़ से लेकर बीपीटीपी चौक के बीच ट्रैफिक बंद है। उस वक्त 45 दिन के अंदर ट्रैफिक को शुरू करने के बारे में जानकारी दी गई थी। लेकिन अभी तक इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। अब ढाई माह में इसके काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
चंदावली मोड़ पर सबसे देरी से अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। लोगों को धरना-प्रदर्शन करना पड़ा था। इसके बाद ही एनएचएआई ने गत वर्ष दिसंबर माह में यहां व्हीकल अंडरपास के निर्माण को मंजूरी दी थी।
दिल्ली में डीएनडी फ्लाईओवर से लेकर मंडकौला गांव तक इस एक्सप्रेसवे को तीन हिस्सों में बनाया जा रहा है। पहला हिस्सा दिल्ली से मीठापुर चौक तक है। दूसरा हिस्सा मीठापुर से बाईपास पर मलेरना रेलवे ओवर ब्रिज तक 24 किलोमीटर और तीसरा हिस्सा मलेरना रोड मंडकौला-खलीनपुर गांव तक 26 किलोमीटर है। दिल्ली मीठापुर से मलेरना मोड तक फरीदाबाद में 10 अगस्त माह तक इस एक्सप्रेसवे का कार्य पूरा किया जाना है।