कोर्ट ने एनआइए को आइएस संदिग्ध सैय्यद मुजाहिद के पास से बरामद पुराने करेंसी नोटों को नए नोटों में बदलने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली । गत माह नोटबंदी की घोषणा के बाद देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बदलने की होड़ लगी थी। इस क्रम में दिल्ली की विशेष अदालत ने संदिग्ध आतंकियों के पास से जब्त नोटों के प्रति चिंता जताते हुए एनआइए को निर्देश दिया है कि आइएस संदिग्ध के पास से जब्त किए गए 3 लाख रुपये की पुरानी करेंसी को बदलकर अदालत के नाम पर फिक्स डिपॉजिट करा दिया जाए।
सैय्यद मुजाहिद की याचिका पर कोर्ट ने यह निर्देश दिया है। मुजाहिद गिरफ्तार किए गए उन 11 आइएस संदिग्धों में से हैं जिनपर लोगों को आतंकी ग्रुप में शामिल कराने का आरोप है
आरोपी की ओर से आए एडवोकेट एम एस खान ने कहा कि एनआइए ने 22 जनवरी, 2016 को मुजाहिद के घर से 2.83 लाख रुपये का कैश जब्त किया था। वकील ने बताया कि यह रकम उनके मुवक्किल के वैध व्यापार और माता-पिता की पेंशन से आया था।
नोटबंदी के कारण इस रकम को नए करेंसी नोटों में बदलने की बात हो रही है। हालांकि इस रकम को एनआइए या एसबीआई के अकाउंट में जमा करने से पहले एनआइए पुरानी करेंसी की फोटोकॉपी या स्कैन की हुई कॉपी को रिकॉर्ड के लिए रखना चाहता है।