रोहिंग्याओं को भारत लाने वाले गिरोह पर NIA की बड़ी कार्रवाई, 8 राज्यों से 44 को किया अरेस्ट
नई दिल्ली (New Delhi) । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)ने 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में छापेमारी (raid) करके मानव तस्करी नेटवर्क (human trafficking network) के बड़े मोड्यूल पर प्रहार करते हुए 44 लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। एनआईए ने सीमा सुरक्षा बल और राज्य पुलिस बलों के साथ समन्वय में बुधवार सुबह भारत के कई राज्यों में एक व्यापक अभियान चलाया। इस ऑपरेशन का उद्देश्य भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध प्रवासियों की घुसपैठ और भारत में बसने में शामिल अवैध मानव तस्करी सहायता नेटवर्क को खत्म करना था। गुवाहाटी, चेन्नई, बैंगलोर, जयपुर में एनआईए शाखाओं में 4 मानव तस्करी के मामले दर्ज करने के बाद कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 55 स्थानों पर एक साथ छापेमारी और तलाशी ली गई।
त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हरियाणा, राजस्थान, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, पुडुचेरी में छापेमारी की गई। प्रारंभिक मामला, 9 सितंबर 2023 असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा दर्ज किया गया था और यह भारत-बांग्लादेश सीमा के पार अवैध प्रवासियों की घुसपैठ और पुनर्वास के लिए जिम्मेदार मानव तस्करी नेटवर्क से संबंधित था। जिसमें रोहिंग्या मूल के लोग भी शामिल हैं।
ठोस सबूत मिले
तलाशी के दौरान, एनआईए ने कई महत्वपूर्ण वस्तुएं बरामद कीं, जिनमें डिजिटल उपकरण, जैसे मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेन ड्राइव शामिल हैं। आधार कार्ड और पैन कार्ड सहित बड़ी संख्या में पहचान संबंधी दस्तावेजों के जाली होने का संदेह है। 20 लाख रुपये और 4550 अमेरिकी डॉलर भी बरामद हुए।
जांच से हुआ खुलासा
एनआईए की जांच से पता चला कि इस अवैध मानव तस्करी नेटवर्क के विभिन्न मॉड्यूल तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न राज्यों में फैले हुए थे और वहां से संचालित हो रहे थे। इन जांच निष्कर्षों के आधार पर एनआईए ने देश के विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों में स्थित इस व्यापक नेटवर्क के मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के लिए तीन नए मामले दर्ज किए।
जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में एसआईए की छापेमारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस की विशेष जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकी फंडिंग मामले में बुधवार को जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में कई स्थानों पर छापेमारी की। एसआईए के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में 22 स्थानों पर घरों और कार्यालयों की तलाशी ली गई। इनमें श्रीनगर के 18, अनंतनाग और पुलवामा के एक-एक और दिल्ली के दो स्थान शामिल हैं।
तलाशी अभियान के दौरान, बैंक दस्तावेज़, कैश बुक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन, सिम कार्ड के रूप में आपत्तिजनक सामग्री मिली। जिनकी आगे जांच की जाएगी। यह मामला आरोपियों द्वारा गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने का था। जिसका अलगाववाद और आतंकवाद सहित गैरकानूनी गतिविधियों में किया जा सकता है।