निक्की हत्याकांड: सिपाही बता रहा था बचने के तरीके, शव को फ्रिज में रखने की दी सलाह
नई दिल्ली: निक्की यादव हत्याकांड में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच का दावा है कि आरोपी साहिल को कानून के शिकंजे से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस का सिपाही नवीन मदद कर रहा था। वह द्वारका जिले में तैनात है और साहिल का मौसेरा भाई है। उसी ने शव फ्रिज में छिपाने की सलाह दी थी। मामले में अब तक साहिल का पिता वीरेंद्र सिंह, भाई आशीष, सिपाही नवीन और दोस्त लोकेश व अमर को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, सिपाही के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
जांच टीम के मुताबिक, परिजनों को मालूम था कि साहिल ने निक्की से शादी कर ली है। इसके बाद निक्की को रास्ते से हटाकर दूसरी शादी की योजना बनाई गई, क्योंकि परिवार इस शादी से खुश नहीं था। इसलिए परिजनों ने दिसंबर 2022 में साहिल की शादी दूसरी लड़की से तय कर दी थी। उन्होंने लड़की के परिवार से साहिल के शादीशुदा होने की बात भी छिपाई।
निक्की की हत्या का राज खुलते ही साहिल की दूसरी पत्नी अपने मायके चली गई थी। पुलिस का दबाव बढ़ता देखकर खुद साहिल ने पत्नी को हत्याकांड के बारे में बताया था। पुलिस के अनुसार, उसने पत्नी को बताया कि उसके हाथों एक लड़की की हत्या हो गई है। पुलिस अब उसे पकड़ लेगी। इसलिए वह अपने घर चली जाए। हत्याकांड का खुलासा होने के बाद मंगलवार सुबह ही लड़की के घरवाले उसे अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद साहिल को पुलिस ने पकड़ लिया। उधर, आरोपी की पत्नी जिस गांव की रहने वाली है, वहां भी सन्नाटा पसरा हुआ है। मित्रांऊ गांव निवासी साहिल ने बैंडबाजे के साथ बहादुरगढ़ निवासी जिस लड़की से शादी की थी वह अपने परिवार की इकलौती संतान है।
तीन साल पहले ग्रेनो के आर्य समाज मंदिर में की थी शादी
पुलिस ने निक्की की बहन और पिता समेत चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं। वहीं, गिरफ्तार आरोपियों व निक्की के फोन और लैपटॉप समेत अन्य दूसरी डिवाइस व डिलीट चैट, मैसेज, ई-मेल की तकनीकी टीम की मदद से जांच कर रही है। पांचों आरोपियों से सघन पूछताछ भी कर रही है। पुलिस को शक है कि लाश को ठिकाने लगाने का प्रयास करने वालों में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
हत्या के आरोपी साहिल गहलोत ने ढाई वर्ष पहले पहली अक्तूबर 2020 को ग्रेटर नोएडा के आर्य समाज मंदिर में निक्की से शादी की थी। दोनों यहां दो से ढाई वर्ष तक ग्रेटर नोएडा के सेक्टर में पहले लिवइन और बाद में शादी-शुदा तौर पर रह रहे थे। पश्चिम दिल्ली के मित्रांव गांव निवासी साहिल गहलोत नॉलेज पार्क स्थित एक टेक्निकल कालेज से स्नातक कर रहा था। इस दौरान निक्की यादव यहां के एक कॉलेज से पढ़ाई कर रही थी। दोनों ने डेल्टा-1 स्थित आर्य संस्कृति प्रचार प्रसार न्यास से वैदिक रीति से शादी की थी। आर्य समाज मंदिर के संचालक विपिन सिंह आर्य ने बताया कि शादी के दौरान दोनों खुश थे। शादी के समय उनके दो दोस्त मौजूद थे। दोनों ने आर्य समाज से शादी की सभी जरूरी प्रक्रिया में हिस्सा लिया था।
अदालत ने सभी आरोपियों को रिमांड पर भेजा
द्वारका स्थित ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष आरोपी साहिल गहलोत के पिता वीरेंद्र गहलोत, चचेरा भाई आशीष व मौसेरा भाई नवीन, दो दोस्तों अमर और लोकेश को पेश किया गया। अदालत ने पांचों आरोपियों को सोमवार तक के लिए पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। पुलिस के मुताबिक, साहिल ने पूछताछ में बताया है कि उसने तीन साल पहले ही निक्की से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी, लेकिन परिवार के दबाव के चलते वह 10 फरवरी को दूसरी शादी कर रहा था।
निक्की के पिता सुनील ने कहा कि बेटी ने उन्हें कभी शादी के बारे में नहीं बताया और न ही उन्हें इसका पता चला। पिता और भाइयों की गिरफ्तारी के बारे में सुनील ने इतना कहा, हो सकता है वो इस पूरी साजिश में शामिल हों। बहरहाल, निक्की का परिवार दिल्ली पुलिस की जांच से संतुष्ट है।
आरोपी ने परिवार को बचाने का प्रयास किया
पूछताछ के दौरान साहिल ने अपने परिजनों को बचाने की काफी कोशिश की। पुलिस को उसके बयानों पर शक हुआ तो भेद खुलता चला गया। पुलिस ने साहिल के फोन की कॉल डिटेल निकलवाई तो साफ हो गया कि वह वारदात से पहले और बाद में पांच लोगों के संपर्क में था।