मणिपुर भूस्खलन: लापता हुए 9 लोगों का अभी तक नहीं मिला सुराग
इंफाल । मणिपुर के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर विनाशकारी भूस्खलन के बाद नौ और लापता लोगों का पता लगाने के लिए सेना सहित कई एजेंसियों द्वारा तलाशी अभियान मंगलवार को 13वें दिन भी जारी रहा, जिसमें कम से कम 52 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि सोमवार तक 52 शव बरामद किए गए, जिनमें से ज्यादातर प्रादेशिक सेना के जवानों के थे, जबकि मंगलवार को कोई और शव नहीं मिला।
नोनी जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सेना, प्रादेशिक सेना, राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल द्वारा तलाशी अभियान 29 और 30 जून की दरमियानी रात को आए विनाशकारी भूस्खलन के बाद से लगातार जारी है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जिंदा दब गए। घटना में 18 लोगों को जीवित बचा लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंगलवार को छठी बार घटनास्थल का दौरा करने वाले राज्य के राहत और आपदा मंत्री अवांगबो न्यूमई ने कहा कि तीन दिनों के बाद एक समीक्षा बैठक होगी, जिसमें तलाशी अभियान जारी रखने का फैसला किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 13 दिनों से बिना रुके तलाशी अभियान चला रहे अधिकारियों और स्वयंसेवकों को हो रही कठिनाई पर विचार करने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई गई है।
2024 तक मणिपुर की राजधानी को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) द्वारा निष्पादित 14,320 करोड़ रुपये की ब्रॉड गेज जिरीबाम-इम्फाल रेलवे परियोजना का हिस्सा रेलवे कार्यों की सुरक्षा के लिए तुपुल में प्रादेशिक सेना के जवानों को तैनात किया गया था।