अगस्त से बाजार में आ रही इथेनॉल से चलने वाली कार’, नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान
नई दिल्ली: अब न पेट्रोल की होगी दरकार और न ही डीजल या सीएनजी जैसे महंगे ईंधन की जरूरत होगी. अगस्त महीने से कार सड़कों पर इथेनॉल से चलेगी. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अगस्त महीने में बाजार में इथेनॉल से चलने वाली कार आ जाएगी. बीजेपी ने आज (23 जून, शुक्रवार) मुंबई में एक राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. मोदी @ 9 अभियान के तहत आयोजित किए गए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह जानकारी दी.
इस राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशिष शेलार भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम में ये सभी नेता केंद्र सरकारी की योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारियां दे रहे थे. इसी सिलसिले में नितिन गडकरी ने पिछले नौ सालों में भारत ने कितनी तरक्की कर ली है, इसकी मिसाल देते हुए यह कहा कि अगस्त महीने से बाजार में इथेनॉल से चलने वाली कार भी आ रही है.
नितिन गडकरी ने कहा कि, अगस्त महीने से इथेनॉल से चलने वाली न सिर्फ कार बल्कि बाइक भी बाजार में उतरेगी. इस तरह अब ग्राहकों को इथेनॉल से चलने वाले चार पहिए के साथ ही दो पहिया वाहन भी उपलब्ध होंगे. टोयोटा कंपनी इन गाड़ियों को लॉन्च कर रही है. ये गाड़ियां 100 फीसदी बायो इथेनॉल से चलेंगी और पेट्रोल से इथेनॉल ईंधन काफी सस्ता पड़ेगा. प्रदूषण भी नहीं होगा.
नितिन गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आय़ुष्मान भारत योजना से भारत के 37 करोड़ लोगों को फायदा हुआ. पीएम किसान योजना से गांव-गांव के किसानों तक लाभ पहुंचाया गया. 9.6 करोड़ लोगों को गैस कनेक्शन दिया गया. जनधन योजना के तहत 49 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाए गए. प्रधानमंत्री आवास योजन के तहत तीन से साढ़े तीन करोड़ लोगों को घर दिए गए. ये योजनाएं सभी गरीब नागरिकों को सम्मान से जीने का हक दिलाती हैं.
नितिन गडकरी ने कहा कि बीजेपी की तीन बातें अहमियत रखती हैं- राष्ट्रवाद, राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र को चलाने वाली बेहतरीन सरकार. पिछले नौ सालों में पचास लाख करोड़ रुपए के काम पूरे हुए, एक भी काम में भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे. काम में पारदर्शिता रखी. डिजिटलाइजेशन के काम को रफ्तार दी. गडकरी ने कहा कि समाजवादी विचारों वाली पार्टी अब रही नहीं. कम्युनिस्ट पार्टियां बची नहीं.