पटना: बिहार में कुछ महीने पहले जाति आधारित गणना हुई थी. इस गणना के दौरान 94 लाख से अधिक गरीब परिवार पाये गये थे. अब नीतीश सरकार ने बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत ऐसे गरीब परिवारों में लाभुकों को 2-2 लाख रुपये की राशि देने का फैसला लिया है. इसके लिए योजना चलाई जाएगी. सीएम ने खुद इस योजना के लिए आवेदन के पोर्टल का लोकार्पण किया इसके लिये 61 परियोजनाओं को चिह्नित किया गया है जिसमें छोटे-छोटे उद्यमों को शामिल किया गया है.
यह पोर्टल आवेदकों के लिए खोल दिया गया है. 20 फरवरी तक इस योजना के लिये आवदेन किये जायेंगे. आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए. आवेदक की परिवारिक आय प्रतिमाह 6000 रूपये से कम होनी चाहिए. बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत लाभुकों को मिलने वाली सुविधा के बारे में सीएम ने कहा कि आज बिहार में 94 लाख से अधिक गरीब परिवार हैं जिनको आर्थिक मदद की जरूरत है. हमलोग ऐसे सभी परिवार के लाभुकों को 2-2 लाख रुपया सहायता राशि देंगे ताकि वो लघु उद्यमी योजना के अंतर्गत अपना व्यवसाय शुरू कर सकें. इसकी ट्रेनिंग भी अलग से दी जाएगी.
सीएम ने कहा कि आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को स्व-रोजगार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु ‘बिहार लघु उद्यमी योजना’ लागू की गयी है. योजना के अन्तर्गत राज्य के आर्थिक रूप से गरीब सभी परिवारों को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी इस कार्यक्रम से जुड़े हुये हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस योजना के अलावे अगर कोई अपना रोजगार करना चाहता है तो उनकी भी पूरी मदद करें. हम आपलोगों से अनुरोध करेंगे कि हर जाति, धर्म के लोगों के बीच इस योजना को प्रचारित-प्रसारित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें.
इस योजना के क्रियान्वयन में जितना पैसा लगेगा सरकार खर्च करेगी. सीएम ने कहा कि हमलोग अगले 5 वर्ष के लिये पहला टर्म शुरू कर रहे हैं. इस योजना के बेहतर ढंग से कार्यान्वयन के लिये आपलोग ठीक से कार्य करें, हम यही चाहते हैं कि सभी को मदद मिल जाए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके.