कोई शगुन-अपशगुन नहीं.. सिर्फ इस वजह से फड़कती है हमारी आंख
आंखों से हमारे हेल्थ के काफी रहस्यो का पता लगाया जा सकता है। ऐसे में जब हमारी आंखे फड़कती है तो यह हमारे लिए शरीर से जुड़े कई रहस्यो के बारे में बताता है, हालांकि काफी लोग इसे अपशगुन मानते है। लेकिन साइंस में इसे अपशगुन संकेत नहीं बल्कि यह तंत्रिका संबधी विकारो के कारणों से फड़कती है। यह एक आम समस्याओं में से एक है, जिसके बारें में बहुत ही कम लोगों को पता होता है। तो चलिए आपको बताते है इसके पीछे का कारण।
आंखों और पलकों का फड़कना बिल्कुल आम समस्याओ में से एक है, इसे साइंटिफिक भाषा में म्योकिमिया कहा जाता है, जो अक्सर ही एक आंख की पलक या आंख की निचले हिस्से को प्रभावित करता है लेकिन इसके कारण पलक और आंख का ऊपरी हिस्सा भी फड़कता है। वैसे तो ज्यादातर आंख फड़कने की समस्याएं शुरू होते ही खत्म हो जाया करती हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि एक सप्ताह से लेकर कई महीनों तक व्यक्ति की आंखें फड़क सकती है। वैसे तो आंखों के फड़कने से व्यक्ति के स्वास्थ्य को किसी तरह की हानि नहीं होती है। लेकिन यह हमें कई प्रकार के संकेत देते है, तो चलिए आपको बताते है, उन संकेतो के बारे में।
तनाव
ऐसी समस्या अक्सर उन लोगो को होती है, जो काफी तनाव में रहते है। जी हां , कई बार अधिक तनाव या फिर डिप्रेशन के कारण आंख फड़कने की समस्या का सामना करना पड़ता है।
अनिद्रा के कारण
कभी कभी इसके पीछे का कारण अधिक थकान व अनिद्रा के कारण भी होता है। जिससे आंखों की पलके फड़कने लगती है।
कैफीन
कई लोग ऐसे होते है, जो चाय और कॉफी ज्यादा पीना पसन्द करते है, ऐसे में हद से ज्यादा कैफीन का सेवन करने से है आंख फड़कने की समस्या को झेलना पड़ सकता है।
एल्कोहॉल
ऐसे कई लोग है, जो अत्यधिक बीयर, वाइन या अन्य नशीले पेय पदार्थों का सेवन करते हैं, तो उनकी भी आंखें फड़कती हैं।
पोषक तत्वों की कमी
इसके साथ ही जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी पाई जाती है, तो हमारी आंखे फड़कने लगती है।
एलर्जी के कारण
आंखों सम्बंधि एलर्जी जैसे आंखों में खुजली, पानी आना और सूजन के कारण भी आंखें फड़कती हैं।
ऐसे पाएं आंख फड़कने से निजात
बता दें की यदि आपके साथ भी रेह रेह कर अक्सर ही इस तरह की समस्या होती है और आप इससे छुटकारा पाना चाहते है, तो आपको अपनी आंखों के आसपास की एरिया पर उंगली से मसाज करना चाहिए। जिससे आंखों की मांपेशियां में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ सके और तत्काल ही आप देखेंगे की आपकी आँख का फड़कना बंद हो जाएगा।