विद्यालय मरम्मत के लिए कोई नहीं बना है कोई प्रस्ताव: ग्राम प्रधान
रामसनेहीघाट-बाराबंकी (भावना शुक्ला): बनीकोडर शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत रामसनेहीघाट प्रथम प्राथमिक विद्यालय के जर्जर भवन के पीछे बने विद्यालय के भवन को बगैर ग्रामसभा के प्रस्ताव व एस्टीमेट के रंगाई पुताई व मरम्मत कराकर जहां ग्राम निधि को हड़पने की तैयारी हो रही है वही पूर्व में बने जर्जर घोषित भवन के अंदर से ही विद्यालय का रास्ता होने के कारण कभी भी बच्चों के साथ हादसा होने की संभावना बढ़ गई है जिसे लेकर अभिभावकों में भारी रोष व्याप्त है।
ज्ञात हो कि रामसनेहीघाट प्रथम प्राथमिक विद्यालय का भवन काफी पुराना होने के कारण उसके पीछे विद्यालय का दूसरा भवन बनाया गया था, इसी पुराने भवन के सामने भी एक नया भवन बना हुआ है जिसमें अभी तक बच्चे शिक्षा ग्रहण करते थे।
इस समय जर्जर घोषित हो चुके पुराने भवन के पीछे नए बने विद्यालय में मरम्मत कार्य के नाम पर रंगाई पुताई करा दी गई जबकि उसके दरवाजे अभी भी टूटे पड़े हैं। यही नहीं मरम्मत के लिए पीली ईट भी मंगाई गई है। जर्जर भवन से ही पीछे जाने का रास्ता होने के कारण अभिभावक अब बच्चों को स्कूल भेजने से घबरा रहे हैं। अभिभावकों के मुताबिक पीछे बने भवन तक जाने के लिए जर्जर भवन से होकर जाना पड़ेगा जो कि बरसात में कभी भी गिर सकता है।
इस संबंध में ग्राम प्रधान डॉ ज्ञान प्रकाश ने कहा कि विद्यालय मरम्मत के लिए ना तो कोई प्रस्ताव बनाया गया है और ना ही कोई एस्टीमेट बना है। अगर सेक्रटरी कोई काम करा रहे हैं तो वह जाने। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रतिभा वर्मा ने जर्जर भवन से होकर रास्ता होने की पुष्टि करते हुए दावा किया कि एक सप्ताह में जर्जर भवन को गिरवा दिया जाएगा।
आश्चर्य की बात तो यह है की ग्राम प्रधान मरम्मत कार्य से ही इनकार करते हैं वही सेक्रेटरी निर्देश शर्मा जेई के आदेश पर काम कराने की बात कह रहे हैं।