नई दिल्ली : एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थक दलों की संख्या बढ़ती जा रही है। शिरोमणि अकाली दल ने इस बात का ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी के नाम का ऐलान होने के बाद से विभिन्न गैर राजग दलों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है। बता दें कि जहां एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। वहीं विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है।
मुर्मू को समर्थन देने की बात पर शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि हमने राजग उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हम कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे। कांग्रेस ने सिख समुदाय को धोखा दिया है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए मुर्मू के नाम ऐलान के बाद से ही विभिन्न गैर राजग दल उन्हें समर्थन देने लगे हैं। ओडिशा से बीजेडी और आंध्र प्रदेश से वाईएसआर कांग्रेस ने पहले ही मुर्मू को समर्थन का ऐलान कर दिया था। ओडिशा के सीएम और बीजेडी के मुखिया नवीन पटनायक ने अपने सभी विधायकों से कहा था कि वह पार्टी लाइन से इतर हटकर मुर्मू को अपना समर्थन दें। सिर्फ इतना ही नहीं, नवीन पटनायक ने उन्हें राज्य की बेटी कहकर भी संबोधित किया था।
बता दें कि मुर्मू मूलरूप से ओडिशा की ही रहने वाली हैं। राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने के बाद से द्रौपदी मुर्मू निजी स्तर पर ही विभिन्न राजनीतिक दलों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। अभी तक मुर्मू का समर्थन करने वालों में जनता दल (एस), जतना दल (यू), लोजपा, बसपा, लोजपा भी उनके पक्ष में आ चुके हैं। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) भी मुर्मू के समर्थन में है। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भी इस बात का ऐलान कर चुके हैं। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री भी बीते दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। उनके इस कदम को राजग के राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।