अन्तर्राष्ट्रीय

उत्तर कोरिया ने जापानी सागर की तरफ दागी संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल, जंग करवाएगा किम जोंग उन?

प्योंगयोंग: साल बदल गया है, लेकिन ना ही उत्तर कोरिया बदला है और ना ही तानाशाह किम जोंग उन के इरादे। नॉर्थ कोरिया का ये तानाशाह किसी दिन दुनिया को जंग की आग में धकेलकर रहेगा। इस बार उत्तर कोरिया ने एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल देश के पूर्वी तट से दागी है, जो जापानी सागर में जाकर गिरा है। जिसके बाद पूरी आशंका है कि, जापान और उत्तर कोरिया के बीच का तनाव काफी ज्यादा बढ़ जाए।

उत्तर कोरिया ने दागी मिसाइल उत्तर कोरिया ने दागी मिसाइल उत्तर कोरिया ने बुधवार को अपने पूर्वी तट से एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल दागी है, जिसकी पुष्टिइस क्षेत्र में तैनात अधिकारियों ने की है। उत्तर कोरिया ने नये साल में पहली बार बैलिस्टिक मिसाइलदागी है और देश ने अपने तानाशाह नेता किम जोंग उन के उस बयान के बाद जापानी सागर मेंबैलिस्टिक मिसाइल दागी है, जिसमें उन्होंने अस्थिर अंतरराष्ट्रीय स्थिति का मुकाबला करने के लिए देशकी सेना को मजबूत करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। जापानी कोस्टगार्ड ने उत्तर कोरियाद्वारा मिसाइल दागे जाने की पुष्टि की है, लेकिन अभी तक ये साफ नहीं किया है, कि ये मिसाइलबैलिस्टिक मिसाइल थी।

जापानी प्रधानमंत्री ने जताई नाराजगी जापानी प्रधानमंत्री ने जताई नाराजगी उत्तर कोरिया द्वारा जापानी सागर में बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद जापानी प्रधानमंत्री फुमियोकिशिदा ने संवाददाताओं से कहा कि, “पिछले साल से, उत्तर कोरिया ने बार-बार मिसाइलें दागी हैं, जोबहुत खेदजनक है।”वहीं, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने यह भी दावा किया कि,उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट से एक अज्ञात प्रक्षेप्य दागा था, लेकिन उन्होंने भी मिसाइल को लेकर विस्तारसे नहीं बताया है।किम जोंग उन के सत्ता में आने के बाद के दशक में, उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीयप्रतिबंधों की कीमत पर अपनी सैन्य तकनीक में तेजी से प्रगति की है मिसाइलों का जारी है निर्माण मिसाइलों का जारी है निर्माण कोरोनोवायरस महामारी के दौरान गंभीर आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद तानाशाह किम ने पिछलेहफ्ते नये साल के मौके पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि, उत्तर कोरिया अपनी सैन्य क्षमताओंका निर्माण जारी रखेगा।

उन्होंने कहा था कि, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के बावजूद, उत्तरकोरिया पर सभी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद हम मिसाइल परीक्षणकरेंगे। हालांकि, नये साल के मौके पर संबोधन में किम जोंग उन ने खास तौर पर मिसाइलों या फिरपरमाणु परीक्षण का जिक्र नहीं किया, लेकिन उन्होंने जोर देकर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूतकरने की बात कही थी। उत्तर कोरिया पर लगे हैं प्रतिबंध उत्तर कोरिया पर लगे हैं प्रतिबंध आपको बता दें कि,उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों केअधीन है, लेकिन COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से उत्तर कोरिया पूरी दुनिया से औरभी ज्यादा अलग-थलग हो चुका है।

उत्तर कोरिया ने अभी भी सीमा पर काफी ज्यादा सख्त प्रतिबंधलगा रखे हैं और देश में अभी भी ना ही कोई बाहर से आ सकता है और ना ही देश से बाहर निकलसकता है, जिसने देश के व्यापार को धीमा कर दिया है और किसी भी व्यक्ति के राजनयिक जुड़ाव कोरोक दिया है। उत्तर कोरिया की आर्थिक हालत खराब उत्तर कोरिया की आर्थिक हालत खराब उत्तर कोरिया की खराब आर्थिक हालत के बीच पिछले साल दिसंबर में चीन और रूस ने संयुक्त राष्ट्रसुरक्षा परिषद से उत्तर कोरिया के खिलाफ समुद्री भोजन और वस्त्रों के निर्यात के साथ साथ रिफाइंडपेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग की थी। इसके साथ ही चीन औररूस ने यूएनएससी से मांग की थी, कि विदेश में रहने वाले उत्तर कोरियाई लोगों को अपने घर पैसेभेजने की इजाजत दी जाए। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और रूस की तरह से एकमसौदा तैयार कर यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्य देशों को दिया गया था, जिसमेंउत्तर कोरिया की खराब स्थति और कठिनाइयों का जिक्र किया गया था और कहा गया था कि,नागरिक आबादी अपनी आजीविका बढ़ा सके, लिहाजा कई तरह के प्रतिबंधों को हटा लिया जानाचाहिए।

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