चीन में एक नहीं कोरोना के चार वैरिएंट्स मचा रहे तबाही, भारतीयों के लिए यह अलर्ट
बीजिंग : चीन में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से तबाही मचा रखी है। यहां पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 महामारी की लहर देखने को मिल रही है। छोटे शहरों और दक्षिण पश्चिम बीजिंग के अस्पतालों के आपात चिकित्सा इकाई मरीजों से भरी हैं। एंबुलेंस को ही आपात चिकित्सा कक्ष में तब्दील कर इलाज किया जा रहा है और मरीजों के तीमारदार अस्पताल में एक खाली बिस्तर के लिए दर-दर भटक रहे हैं। हालात यह है कि मरीजों को अस्पतालों के गलियारों और जमीन पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है क्योंकि बिस्तरों की कमी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब यह साफ हो गया है कि चीन में कोरोना का यह प्रकोप वायरस के कॉकटेल के कारण है। अलग-अलग वैरिएंट्स के साथ आने से बना यह ‘कॉकटेल’ (‘cocktail’) स्थानीय महामारी विज्ञान के हिसाब से अलग तरह का बर्ताव करता है। सेंटर कोविड पैनल से जुड़े एनके अरोड़ा ने बताया कि BF.7 वैरिएंट चीन के केवल 15 प्रतिशत मामलों के लिए ही जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि 50 फीसदी केस तो BN और BQ सीरीज के मिले हैं। इसके अलावा SVV वैरिएंट के 10-15 प्रतिशत मामले रिपोर्ट हुए हैं।
इस तरह यह साफ है कि भारत (India) के पड़ोसी देश में बीते कई दिनों से कोरोना के चार वैरिएंट कहर बरपा रहे हैं। ऐसे में चीन के हालात को लेकर दूसरे देशों में भी चिंता की स्थिति बनने लगी है। हालांकि, एनके अरोड़ा का कहना है कि चीन में बढ़ रहे मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है, भले ही इसने दुनिया भर में अलार्म बेल बजा दी हो। उन्होंने कहा कि फिलहाल चीन में कोरोना से मचे कोहराम को लेकर पूरी जानकारी सामने नहीं आ पा रही है, ऐसे में भारत को इस समय सतर्कता बरतते हुए पूरी तरह से तैयार हो जाने की जरूरत है।
वहीं, कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के बीच चीन ने 8 जनवरी से कोविड यात्रा प्रतिबंधों को हटाने का ऐलान किया है। जनवरी आते-आते चीन व्यावहारिक रूप से अपनी 3 साल पुरानी ‘शून्य कोविड नीति’ और अपने अंतरराष्ट्रीय अलगाव को त्याग देगा। इसके साथ ही ड्रैगन यात्रा और व्यापार के लिए अपने हवाई अड्डों व बंदरगाहों को पूरी तरह से खोल देगा। चीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि 8 जनवरी से चीन अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए ‘न्यूक्लिक एसिड परीक्षण’, विदेशों में चीनी दूतावासों से कोविड ग्रीन कोड प्राप्त करने और आगमन पर क्वारंटाइन को बंद कर देगा।
अगर भारत की बात करें तो यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अब तक 220.06 करोड़ से अधिक टीके दिए जा चुके हैं। मंत्रालय ने बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के सक्रिय मामलों में वृद्धि हुई है, जिससे अब इनकी संख्या बढ़कर 3,421 हो गई है। इसी अवधि में कोरोना संक्रमण से 163 लोग मुक्त हुए हैं, जिससे इस महामारी से अब तक निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4,41,43,342 हो गई है और देश में स्वस्थ होने की दर 98.80 प्रतिशत है।
अपोलो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष डॉ. के हरि प्रसाद ने कहा कि चीन में कोरोना की स्थिति पर अफवाहों का बाजार गर्म है जो भारत और दुनिया के अन्य देशों पर इसके प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत में हाई लेवल की हाइब्रिड रोग प्रतिरोधक क्षमता है। देश में अब तक 220 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। हालांकि, भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग करने, विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने और सैनिटाइजर का उपयोग करने जैसी सावधानी बरतने की जरूरत है। सभी पात्र आयु समूहों के लोगों ने अगर अभी तक टीके की बूस्टर खुराक नहीं ली गई है, तो उसे शीघ्र लगवाएं।