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अब असम राज्य को घोषित किया गया ‘ड्राई स्टेट’, 22 जनवरी को नहीं बिकेगी शराब

गुवाहाटी : राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ ने 22 जनवरी को स्कूलों में छुट्टियों और शराबबंदी का फैसला किया है। वहीं अब असम में भी 22 जनवरी को ड्राई स्टेट घोषित किया है। यानी 22 जनवरी को असम में भी शराब की बिक्री नहीं होगी।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा, “ आज प्रदेश भाजपा की एक बैठक हुई जिसमें सांसद, विधायक, जिला अध्यक्ष, प्रभारी, सह-प्रभारी, पदाधिकारी, भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भाबेश कलिता उपस्थित थे। 18 जनवरी से 21 जनवरी तक हम राज्य भर के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर स्वच्छ तीर्थ उत्सव मनाएंगे। 22 जनवरी को हम सभी राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के ऐतिहासिक क्षण को देखेंगे, इसके लिए हम राज्य भर के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाएंगे।” उन्होंने कहा, “इसके लिए विभिन्न स्थानों पर बड़ी स्क्रीनें लगाई जाएंगी। 21 और 22 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ता बाजार और अन्य क्षेत्रों में दीपक जलाएंगे। शर्मा ने कहा कि 22 जनवरी को राज्य में ‘ड्राई स्टेट’ घोषित किया गया है।”

अयोध्या में 22 जनवरी, सोमवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है। इस शुभ दिन राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला (भगवान राम के बाल रूप) की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इस खास दिन की पवित्रता को बनाए रखने के लिए 22 जनवरी को यूपी सहित बीजेपी शासित कई राज्यों में ड्राई डे घोषित किया गया है। यानी 22 जनवरी को इन प्रदेशों में शराब की बिक्री नहीं होगी। चलिए बताते हैं कि किन राज्यों में 22 जनवरी को शराब पर पाबंदी रहेगी।

छत्तीसगढ़

22 जनवरी को शराब की बिक्री पर रोक लगाने वाला पहला राज्य छत्तीसगढ़ था। राज्य में पिछले महीने ही भाजपा सत्ता में आई थी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पिछले सप्ताह शराब बिक्री पर रोक की घोषणा की। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि 22 जनवरी को पूरे राज्य में ड्राई डे रहेगा।” इसका मतलब है कि खुदरा दुकानों सहित पब, रेस्ट्रों और क्लबों में भी शराब की बिक्री नहीं होगी।
असम

छत्तीसगढ़ के बाद असम राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ ने घोषणा कर कहा “राम मंदिर के उद्घाटन के उपलक्ष्य में असम सरकार ने 22 जनवरी को ड्राई डे घोषित करने का निर्णय लिया है।” बता दें कि राज्या में भाजपा का लगातार दूसरा कार्यकाल है।

उत्तर प्रदेश

22 जनवरी को उत्तर प्रदेश में भी ड्राई डे घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के दिन राज्य में शराब की बिक्री नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस दिन को “राष्ट्रीय त्योहार” की तरह मनाया जाएगा। इसके साथ ही 22 जनवरी को भी राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज में छुट्टी रहेगी। सीएम योगी ने 9 जनवरी को अपने अयोध्या दौरे के दौरान शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था।

जयपुर

जबकि पिछले महीने चुनाव नतीजों के बाद से भाजपा शासित राजस्थान में कोई प्रतिबंध नहीं लगा है। हालांकि यह निर्णय लिया गया है कि जयपुर के नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में मांस की दुकानें 22 जनवरी को बंद रहेंगी। नगर निगम क्षेत्र के भीतर शराब की दुकानों को बंद करने की मांग भी भाजपा नेता गोपाल शर्मा ने की थी। इस मेयर मुनेश गुज्जर ने इस आधार पर खारिज कर दिया था कि आमेर, हवा महल, सिविल लाइन्स, किशनपोल और आदर्श नगर जैसे क्षेत्र भी जेएमसी एरिया के अंदर आते हैं।

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार का शासन है। एकनाथ शिंदे सरकार ने शायद मुंबई महानगर होने और इससे होने वाले भारी इनकम को देखते हुए यहां ड्राई डे घोषित नहीं किया है। हालांकि भाजपा नेताओं ने 22 जनवरी को मुंबई में शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। बीजेपी ने सीएम को पत्र लिखकर 22 जनवरी को मांस और शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की थी।

गठबंधन के नेताओं ने भले ही इस मांग पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया मगर विपक्ष ने खुद ही खाई में कूदना शुरू कर दिया। शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट के जितेंद्र आव्हाड ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भगवान राम मांसाहारी थे। “वे शिकार करते थे और खाते थे। वे हमारे बहुजनों के हैं। आप हमें शाकाहारी बना रहे हैं, लेकिन हम राम के उदाहरण का पालन कर रहे हैं और मटन खा रहे हैं”। इसके बाद उनके खिलाफ कई पुलिस शिकायतें दर्ज हुईं, जिसके बाद उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली।

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