अब मोबाइल रोड टेस्टिंग लैब मशीनों से खराब सड़कों की नागरिक क्वालिटी का करा सकेंगे जांच
भोपाल : प्रदेश में शहरी क्षेत्रों की सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता मापने के लिए नगरीय विकास और आवास विभाग द्वारा सभी संभागों को मोबाइल रोड टेस्टिंग लैब मशीन उपलब्ध कराई गई है। इस व्यवस्था के बाद अब संभागीय मुख्यालय में मौजूद मशीन के माध्यम से खराब सड़क बनने पर इसकी शिकायत कर नागरिक सड़क की क्वालिटी की जांच करा सकेंगे। इस मशीन की उपलब्धता के बाद अब जांच के लिए अधिकारी लोगों को भटकाने का काम नहीं कर सकेंगे।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार राज्य शासन द्वारा नगरीय विकास विभाग के सभी संभागीय कार्यालयों को एक-एक टेस्टिंग मशीन आवंटित की गई है। इसके बाद संभागीय कार्यालय के अधिकारियों ने सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए निकायों से सूची मांगने का काम भी शुरू कर दिया है। निकायों से डिवीजन कार्यालय द्वारा सीसी रोड और बीटी रोड की सूची मांगी जा रही है और विभाग रैंडम आधार पर रोड टेस्ट के लिए मशीन भेज रहा है। इस मोबाइल रोड टेस्टिंग लैब मशीन से रोड की थिकनेस जांच तत्काल हो सकती है।
इसके अलावा उपयोग में लाए गए मटेरियल के लिए बनाए गए वीडियो के आधार पर जांच डिवीजन कार्यालयों में होती है। मोबाइल रोड टेस्टिंग लैब में कोर कटर कांक्रीट एंड बिटुमिन, डिजिटल रिबाउंड हैमर, डिजिटल थर्माेमीटर, डिजिटल टेप, स्लम कोन, विजिंग मशीन और बिटुमिन एक्ट्रेक्टर शामिल है। यह मशीन उन सभी तथ्यों की जांच करने में सक्षम है जो सड़क निर्माण के एस्टीमेट में शामिल किया जाता है।