अब सिख समुदाय को लेकर कंगना ने दिया विवादित बयान, धर्म को लेकर साझा किये विचार
मुंबईः लगता है कि फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को विवादों में रहना ही पसंद है। आजादी वाले बयान के बाद से वह लगातार विवादित बयान देने को लेकर चर्चा में है। हाल ही में कंगना ने अपने एक पोस्ट में किसान आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन बताया था जिसके बाद से विवाद बढ़ गया और कंगना को एक बार फिर से भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कंगना रनौत ने एक बार फिर से सिख समुदाय पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और धर्म को लेकर अपने विचार साझा किये हैं।
कंगना ने सोमवार को अपनी इंस्टा स्टोरी पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा-आज का विचार, दक्षिण भारतीय उत्तर भारतीयों द्वारा खुद के साथ भेदभाव करने जैसा महसूस करते हैं यही वजह है कि द्रविड़ियन आंदोलन हुआ। उत्तर भारतीय सिखों को पूरे भारत में भेदभाव महसूस होता है इसलिए वह खालिस्तान चाहते हैं। पंजाबी हिंदुओं को लगता है कि सिख उन्हें दबा रहे हैं और उन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। मुस्लिमों को भी भेदभाव महसूस होता है इसलिए वह देश के टुकड़े करते हैं और आगे और चाहते हैं। नार्थ ईस्ट और पहाड़ी लोग कितना निगलेक्ट महसूस करते हैं यह हम सभी जानते हैं। हिंदुओं को भी उपेक्षित महसूस होता है, महाराष्ट्रियन को भी उपेक्षित महसूस होता है तो इसके कारण शिवसेना बनी। बंगाली, केरला, बिहारी और यूपी के लोग क्या महसूस करते हैं वहां तो सोच नहीं सकते।
हां, हम इसे किसी एक को नहीं कह सकते लेकिन ये उपेक्षित बाल सिंड्रोम ही इस देश की सबसे बड़ी समस्या है। अगर हर कोई भेदभाव का शिकार हो रहा है तो ये भेदभाव कर कौन रहा है। इसका एक ही हल है राष्ट्रीयता। अगर हमें उपेक्षित बाल सिंड्रोम से बचना है तो धर्म और जाति को सीमित करना होगा। अगर आप किसी से बेहतर होने का सोचेंगे ही नहीं तो छोटा महसूस होने की भावना जागेगी ही नहीं। अगर हम दक्षिण भारतीय, उत्तर भारतीय, महाराष्ट्रियन, बिहार, पंजाबी, होना बंद कर देंगे और खुद को सिर्फ भारतीय समझेंगे तो यह देश हमारे लिए रहने की और भी बेहतर जगह बन जाएगा। उम्मीद है कि हम ऐसा ही करें। जय हिंद! कंगना का यह पोस्ट वायरल हो रहा है। अपने बेबाक बयानों के कारण चर्चा में रहने वाली कंगना इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और अपनी बात सोशल मीडिया के जरिये लगातार सबके साथ साझा कर रही है।