
जैसलमेर: राजस्थान के झालावाड़ के बाद अब जैसलमेर जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां सोमवार को एक सरकारी स्कूल भवन के मुख्य द्वार का खंभा (पिलर) गिरने से 6 साल के छात्र की मौत हो गई और एक शिक्षक घायल हो गया। झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद इस मामले में भी लापरवाही सामने आई है। स्कूल का गेट जर्जर हो गया था लेकिन स्कूल प्रशासन ने इसकी अनदेखी की और मरम्मत नहीं करवाई थी।
पास में खड़े टीचर के पैर और सिर पर गंभीर चोटें
यह घटना रामगढ़ तहसील के पूनमनगर गांव के सरकारी स्कूल में हुई। मुख्य द्वार का एक खंभा गिरने से पहली कक्षा के छात्र अरबाज खान (6) की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त अरबाज स्कूल से बाहर निकल रहा था। उसी दौरान स्कूल के मुख्य गेट का एक पिलर तेज हवाओं के कारण अरबाज पर गिर पड़ा। पिलर गिरते ही अरबाज उसके नीचे दब गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। घटना में शिक्षक अशोक कुमार सोनी घायल हो गए। पिलर का कुछ भाग उनके पैरों पर पड़ा जिससे उनके दोनों पैर फ्रैक्चर हो गए। उनके सिर में भी गंभीर चोटों आई है। शिक्षक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्कूल की छुट्टी के दौरान हादसा
यह घटना दोपहर 1 बजे स्कूल की छुट्टी के समय हुई तथा उस समय छात्र स्कूल से बाहर जा रहा था। घटना से गुस्साए परिजन बच्चे के शव के साथ स्कूल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। अधिकारी ने कहा कि परिजनों से बातचीत जारी है।
चार दिन में यह दूसरी घटना
बता दें कि राज्य में सरकारी स्कूल भवन हिस्सा गिरने की चार दिन में यह दूसरी घटना है। पिछले शुक्रवार को झालावाड़ के पिपलोदी में सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढह जाने से 7 छात्रों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
पूर्व CM गहलोत ने क्या कहा?
पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि यह हादसा राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। उन्होंने X पर लिखा, “जैसलमेर में स्कूल का गेट गिरने से एक मासूम छात्र की मृत्यु बेहद दुखद है। झालावाड़ दुखांतिका के बाद इस प्रकार से एक बार फिर एक छात्र की मृत्यु होना प्रदेश सरकार के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।” गहलोत ने लिखा, “अभी बारिश का मौसम चल रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मेरा आग्रह है कि शीघ्रता से कदम उठाएं ताकि किसी और मासूम की जान न जाए।” इसके साथ ही उन्होंने शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।