अब लेबर चौक ऐप से मिलेगा रोजगार, घर बैठे चुनें अपने पसंद का काम, जानें प्रोसेस

नई दिल्ली : निर्माण व अन्य कार्यों से जुड़े श्रमिकों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने डिजिटल लेबर चौक मोबाइल ऐप लांच किया गया है। इसके माध्यम से श्रमिक अपने अनुभव और जरूरत के हिसाब से अपने स्थानीय इलाकों में ही काम ढूंढ पाएंगे। मंगलवार को भारत मंडपम में केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ऐप और सेस क्लेक्शन पोर्टल की शुरुआत की।
ऐप के जरिए श्रमिकों और नियोक्ताओं को पंजीकरण की सुविधा मिलेगी। श्रमिक अपना नाम, उम्र, अपना पता, मोबाइल नंबर और मेल आईडी डालकर पंजीकरण करा सकते हैं। साथ ही अपने कौशल से जुड़ी जानकारी भरनी होगी। उसके बाद पूरी प्रोफाइल बनकर तैयार होगी। इसी तरह से नियोक्ताओं को अपने, प्रोजेक्ट और किस तरह के श्रमिकों की जरूरत है, उसकी पूरी जानकारी ऐप पर दर्ज करनी होगी। इससे श्रमिक अपनी जरूरत के हिसाब से अपने निकट क्षेत्र में काम खोज पाएंगे।
यह ऐप अर्बन क्लैप की तरह है। श्रमिक लेबर चौक आने की जगह ऐप के जरिए घर बैठे ही अपनी पसंद का काम चुन कर जा सकेंगे। इससे लेबर चौक पर लगने वाली भीड़ से भी राहत मिलेगी। इसी तरह से सेस क्लेक्शन पोर्टल पर हर प्रोजेक्ट का पूरे विवरण के साथ पंजीकरण कराना होगा, जिसमें राज्यों को निर्माण कार्यों से होने वाले सेस क्लेक्शन को बेहतर तरीके से करने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही सरकार ने देशभर में तीन लाख से अधिक लेबर चौक को सुविधा श्रमिक केंद्र के तौर पर विकसित करने का फैसला लिया है। इसके जरिए श्रमिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। सरकार का कहना है कि वर्तमान में सड़क किनारे संचालित होने वाले इन चौक पर सड़क दुर्घटना होने से लेकर तमाम सारे खतरे हैं।
इसके अलावा श्रमिकों के लिए कोई सुविधा नहीं है। इसलिए जिन लेबर चौक पर श्रमिक ज्यादा आता है और आस-पास में कहीं जगह की उपलब्धता अधिक है तो वहां पर उन्नत लेबर चौक सुविधा केंद्र बनाया जाए।
एक पक्की इमारत बनाई जाएगी, जिसमें बिजली-पानी, इंटरनेट, श्रमिकों के पंजीकरण, स्वास्थ्य जांच, कौशल विकास ट्रेनिंग जैसे सहूलियतें होंगी। महिला श्रमिकों के लिए भी विशेष व्यवस्था होगी।



