एनआरआई दूल्हों से शादी को लेकर देश की सरकार ने एक नियम में बड़ा बदलाव किया है। अगर नहीं देखा तो कानूनी पचड़े में फंस जाएंगे। चंडीगढ़ सीएफएसएल में अत्याधुनिक डीएनए लैब की नींव रखने पहुंची केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने एक जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पंजाब में एनआरआई दूल्हों के शादी कर पैसे ले भागने और पत्नी को यहीं छोड़ जाने के मामले सामने आते रहते हैं। इसलिए मंत्रालय ऐसे दूल्हों के लिए शादी के 48 घंटे के अंदर शादी रजिस्टर्ड करवाना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा न करने पर वीजा जारी नहीं किया जाएगा। वहीं मंत्रालय ऐसे एनआरआई दूल्हों से संबंधित डाटा भी बना रहा है, जो शादी के बाद पत्नी को यहीं छोड़कर चले जाते हैं। ऐसे एनआरआई के जांच के बाद पासपोर्ट रद्द किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री के अनुसार महिला एवं बाल मंत्रालय ने विदेश और गृह मंत्रालय के साथ मिलकर एक टीम बनाई है। इसमें तीन ज्वाइंट सेक्रेटरी लेवल के सदस्य हैं। अगर किसी नवविवाहिता को लगता है कि उसका दूल्हा भाग सकता है तो वह डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट एमआईएन_डब्ल्यूसीडी डॉट एनआईसी पर जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा वह महिला हेल्पलाइन 181 पर भी सूचना दे सकते हैं।
इसके बाद उनके दूल्हे को विदेश भागने से पहले ही दबोच लिया जाएगा और जांच के बाद उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा। अब तक ऐसे छह लोगों के मंत्रालय ने पासपोर्ट रद्द किए हैं। इसके अलावा रजिस्ट्रार के भी माध्यम से एनआरआई दूल्हों का डाटाबेस बनाया जा रहा है। पैसे के लिए फरार होने वाले एनआरआई दूल्हों की शिकायत मिलने के बाद पासपोर्ट रद्द किए जाएंगे।
एनसीईआरटी की किताबों में पब्लिश होगा ‘गुड टच, बैड टच’
मेनका गांधी ने पत्रकारों को बताया कि इस साल से शुरू हुए सत्र में एनसीईआरटी की किताबों में पीछे की तरफ ‘गुड टच, बैड टच’ के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे स्कूलों में बच्चों को जानकारी मिल सके कि, कौन अच्छा है और कौन बुरा। इसके अलावा एक शार्ट फिल्म स्कूलों में बच्चों को दिखाई जाएगी। इसमें भी बच्चों को ‘गुड टच, बैड टच’ के बारे में एजुकेट किया जाएगा।