स्पोर्ट्स डेस्क : पूरी दुनिया कोरोना से परेशान है. इसी बीच भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने बोला कि उनकी टीम आने वाले ओलंपिक में ऐतिहासिक मेडल जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. उन्होंने इसे महामारी के टाइम अपने जीवन को जोखिम में डाल रहे कोरोना योद्धाओं को समर्पित किया.
रानी ने साथ ही बोला कि यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे कोर संभावित प्लेयर्स का इस हफ्ते चयन ट्रायल होगा,जिसके बाद टोक्यो के लिए टीम का सिलेक्शन होगा. ओलंपिक 23 जुलाई से होगा.
रानी ने बोला कि ओलंपिक में 40 दिन से कम का टाइम बचा है और ऐसे में वो और टीम के उनके साथी प्रत्येक ट्रेनिंग सेशन का फायदा उठाना चाहती हैं.
रानी के अनुसार जिन्होंने कोरोना के दौरान जीवन बचाने के लिए कई बलिदान दिए उनके लिए टोक्यो खेलों में जीतना टीम के लिए शानदार होगा. उन्होंने बोला कि, ये ओलंपिक अतीत के ओलंपिक की तरह नहीं होंगे. हमारे देश को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा है, हमें अपने डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों पर गर्व है.
रानी ने बोला कि, अब जब हम ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए मेहनत कर रहे हैं और तब हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हमारी कोशिश होगी और हम उम्मीद करते हैं कि हमारी जीत डॉक्टरों, नर्सों और चिकित्सा सहायकों को समर्पित होगी, जिन्होंने भारत में पिछले वर्ष कोरोना के फैलने के बाद से बिना थके काम किया है.
बताते चले कि पिछले वर्ष राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान टीम ने आर्थिक रूप से वंचित तबके के 1000 से ज्यादा परिवारों के लिए कोष जुटाने में मदद की थी.प्लेयर्स ने 21 दिन के ऑनलाइन फिटनेस चैलेंज से 20 लाख रुपये से ज्यादा जुटाए थे.