स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने अंतिम होल्स में मेडल नहीं जीत सकी. अमेरिका की नेली कोर्डा ने गोल्ड अपने नाम किया है. अदिति 13वें होल तक दूसरे पायदान पर थीं, अंतिम पांच होल में वो जापान की मोने इनामी और न्यूजीलैंड की लीडिया से पिछड़ गईं.
मैच की बात की जाये तो अदिति 15 अंडर 269 स्कोर के साथ चौथे पायदान पर रहीं. वर्तमान में वो सर्वश्रेष्ठ भारतीय महिला गोल्फर हैं.
गोल्फ कोर्स से चीयर सुनकर वो इस खेल के लिए आकर्षित हो गयी. अदिति अपने पिता अशोक और मां मैश के साथ गोल्फ खेलना शुरू किया. उन्हें परिवार की ओर से भी पूरा सपोर्ट मिला.
9 वर्ष की आयु में इस युवा गोल्फमर ने अपना पहला टूर्नामेंट जीता और 12 वर्ष की आयु में तो नेशनल टीम का हिस्सा बनी. रियो में अदिति के पिता ने कैडी की भूमिका निभाई, वही टोक्यो में उन्हें मां का साथ मिला.