जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव ना कराए जाने को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पिछले 8 सालों से जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराए गए हैं। आखिरी विधानसभा चुनाव यहां पर 2014 में कराया गया था। ऐसा पहली बार है जब प्रदेश में इतने लंबे समय से चुनाव नहीं कराया गया है। जम्मू कश्मीर में जब आतंकवाद चरम पर था उस वक्त भी ऐसे हालात कभी नहीं हुए कि प्रदेश में इतने लंबे समय तक चुनाव नहीं कराए गए हो।
इस बीच जम्मू कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा कि भाजपा प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है, अगले चुनाव में भाजपा प्रदेश में सरकार बनाएगी और यह सरकार पूर्ण बहुमत की सरकार होगी। बता दें कि सोमवार को कठुआ में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरु चग और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, सांसद जुगल किशोर शर्मा के बीच बैठक हुई थी। बैठक के बाद रवींद्र रैना ने कहा था कि हम प्रदेश में चुनाव के लिए तैयार हैं।
बता दें कि हाल ही में चुनाव आयोग ने त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। लेकिन चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर में चुनाव को लेकर कुछ नहीं किया। जिसके बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव आयोग घाटी में चुनाव को टाल रहा है, भाजपा घाटी में सुरक्षा का हवाला देकर चुनाव में देरी कर रही है। यह भाजपा का सिर्फ बहाना है। आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद भाजपा ने दुनिया से कहा था कि घाटी में आतंकवाद खत्म हो गया है, स्थिति सामान्य हो गई है, लेकिन चुनाव नहीं कराना भाजपा के डर को दिखाता है।
गौर करने वाली बात है कि इससे पहले कांग्रेस ने भी भाजपा तीखा हमला बोला था। राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर इस समय में जम्मू कश्मीर में हैं। इस दौरान उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि कश्मीरी पंडित भीख नहीं हक मांग रहे हैं और केंद्र सरकार प्रदेश के लोगों को अनसुनी कर रही है। हमारा वादा है, जम्मू कश्मीर को राज्यत्व वापस दिलाने के लिए हम दम लगा देंगे।