ओमिक्रॉन ने बढ़ाई चिंता, ब्रिटिश वैज्ञानिक बोले- इसे मामूली संक्रमण न समझें, रहें सावधान
नई दिल्ली। भारत (India) में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि कर्नाटक में ओमिक्रॉन (omicron) के दो मामलों की पुष्टि हुई है। विश्व भर में ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच ब्रिटेन के शीर्ष महामारी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि लोग ये मानकर न चलें कि कोरोना (corona) से बस मामूली संक्रमण (Infection) होगा।
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इम्पेरियल कॉलेज, लंदन के डिजीज आउटब्रेक एनालिसिस हेड नील फर्गुसन ने ब्रिटिश सांसदों को बताया है कि ओमिक्रॉन को लेकर खतरा कितना गंभीर है, ये बात दिसंबर से पहले स्पष्ट नहीं हो पाएगी।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे पर बात करते हुए फर्गुसन ने कहा, ‘वायरस को बस इतनी परवाह है कि वो श्वसन तंत्र में जाकर अपनी संख्या में वृद्धि करे और वातावरण में तेजी से फैल जाए। अगर किसी की मौत 10 दिनों बाद भी होती है तो इसकी वायरस को कोई परवाह नहीं है।’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कहा है कि ये पूरी दुनिया के लिए एक खतरा है। शुरुआती आंकड़ों से यह बात सामने आई है कि ओमिक्रॉन में किसी व्यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता अधिक है। यह व्यक्ति के प्रतिरक्षा तंत्र पर भी बुरा असर डालता है।
WHO ने विश्व भर में कोविड-19 के टीकों के असमान वितरण को लेकर चेतावनी दी है क्योंकि डेल्टा वैरिएंट अभी भी पूरे विश्व के लिए खतरा बना हुआ है। WHO प्रमुख टेड्रोस ऐडनम ने कहा, ‘पूरे विश्व में बहुत कम लोगों को कोविड-19 का टीका लग पाया है और बहुत कम टेस्टिंग हुई है। और ये बात वैरिएंट्स के बढ़ने और फैलने का कारण बन रही है।’
WHO प्रमुख ने कहा कि सभी देशों को डेल्टा वैरिएंट से बचने के लिए मौजूद सभी उपायों का पालन करना चाहिए। अगर हम ऐसा करते हैं तो ओमिक्रॉन को भी फैलने से रोक सकते हैं और लोगों की ज़िंदगी बचा सकते हैं।
गौरतलब है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी जानकारी देते हुए वैरिएंट को चिंता का विषय बताया था। ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका की डॉक्टर एंजेलिक़ कोएत्ज़ी ने लगाया था। उन्होंने बताया था कि ओमिक्रॉन से संक्रमित अधिकतर मरीजों में बदन दर्द और अधिक थकान जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए भारत सरकार की तरफ से भी ट्रैवल एडवाइजरी जारी की गई है। नई एडवाइजरी के मुताबिक, जो भी यात्री रिस्क वाले देशों से भारत आएंगे, उनका कोविड टेस्ट किया जाएगा और पॉज़िटिव पाए जाने पर उन्हें आइसोलेट कर उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
राज्य सरकारें भी सभी ज़रूरी कदम उठा रही हैं। सिक्किम ने राज्य में विदेशी नागरिकों की एंट्री को बैन कर दिया है।