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ओमिक्रॉन की दहशत से शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स 1000 अंक से अधिक टूटा

नई दिल्ली: सप्ताह के पहले दिन सोमवार को शेयर बाजा की शुरुअत भारी गिरावट के साथ हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आज 494 अंकों के नुकसान के साथ 56,517के स्तर पर खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 16824 के स्तर से आज के दिन के कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी 268.60 अंकों की गिरावट के साथ 16,716.60 के स्तर पर था तो सेंसेक्स 1074.89 अंक फिसलकर 55,936.85 के स्तर पर आ गया। सेंसेक्स में विप्रो, सन फार्मा और एशियन पेंट्स को छोड़ सभी स्टॉक्स लाल निशान पर थे। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी फार्मा, हेल्थ केयर, ऑयल एंड गैस, कंज्यूमर ड्यूराबेल्स, ऑटो, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी,आईटी, मीडिया, निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, प्राइवेट बैंक समेत सबकी हालत खराब है। वहीं, मिड कैप और स्माल कैप इंडेक्स भी बुरी तरह गिरे हैं। बैंक निफ्टी में सबसे अधिक 3.3 फीसद की गिरावट नजर आ रही है।

सेंसेक्स में सबसे अधिक चार प्रतिशत की गिरावट बजाज फाइनेंस में हुई। इसके अलावा टाटा स्टील, एसबीआई, एनटीपीसी, एमएंडएम और एचडीएफसी बैंक भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर सिर्फ सन फार्मा हरे निशान में थी। पिछले सत्र में सेंसेक्स 889.40 अंक या 1.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,011.74 पर बंद हुआ था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 263.20 अंक या 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 16,985.20 पर बंद हुआ था।

इस सप्ताह कैसी रहेगी बाजार की चाल

रेलिगेयर ब्रोकिंग की राय: रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजीत मिश्रा ने कहा, ”किसी अन्य बड़ी घटना के अभाव में वैश्विक संकेत हमारे बाजार के रुझान को तय करेंगे। नए स्वरूप के कारण प्रतिभागी कोविड महामारी की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और इससे संबंधित सूचनाएं आने वाले दिनों में अस्थिरता पैदा करती रहेंगी।”

मोतीलाल ओसवाल का अनुमान

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान, ब्रोकिंग और वितरण के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ”नकारात्मक वैश्विक संकेत, एफआईआई की लगातार बिकवाली, किसी सकारात्मक संकेत के न होने और ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों से बाजार पर दबाव जारी रहने की आशंका है।”

स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट का अनुमान

स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ”मुख्य रूप से वैश्विक बाजार, ओमिक्रॉन स्वरूप, डॉलर सूचकांक और एफआईआई के रुझानों से इस सप्ताह बाजार की चाल तय होगी।” पिछले हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह मार्च से बॉन्ड खरीद को खत्म कर देगा, और उसने इसके बाद उधारी दर में बढ़ोतरी का दौर शुरू होने के संकेत भी दिए।

शीर्ष आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2.61 लाख करोड़ रुपये घटा
शेयर बाजार में सर्वाधिक मूल्यांकन वाली शीर्ष दस कंपनियों में से आठ को पिछले हफ्ते बाजार मूल्यांकन में संयुक्त रूप से 2,61,812.14 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में सबसे अधिक कमी हुई। शीर्ष दस कंपनियों की इस सूची में सिर्फ इंफोसिस और विप्रो लाभ में रहे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का मूल्यांकन 79,658.02 करोड़ रुपये घटकर 15,83,118.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी का मूल्यांकन 34,690.09 करोड़ रुपये घटकर 4,73,922.86 करोड़ रुपये रहा। बजाज फाइनेंस का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) 33,152.42 करोड़ रुपये घटकर 4,16,594.78 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक का एम-कैप 27,298.3 करोड़ रुपये घटकर 8,16,229.89 करोड़ रुपये रह गया।
इसके विपरीत, इंफोसिस का मूल्यांकन 26,515.92 करोड़ रुपये बढ़कर 7,66,123.04 करोड़ रुपये और विप्रो का मूल्यांकन 17,450.39 करोड़ रुपये बढ़कर 3,67,126.39 करोड़ रुपये हो गया। इन शीर्ष 10 कंपनियों की रैंकिंग में, आरआईएल सबसे आगे थी।

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