उत्तर प्रदेश

संविधान दिवस पर राजकीय इंटर कॉलेज ददेरा पुरा, अयोध्या में बच्चों ने प्रस्तुत किए आकर्षक कार्यक्रम

अयोध्या, 26 नवम्बर: संविधान दिवस के अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज ददेरा पुरा, अयोध्या में बुधवार को विविध सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छात्रों ने भारतीय संविधान के महत्व, अधिकारों और कर्तव्यों पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोहा।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य कृष्ण कुमार व शिक्षक प्रमोद कुमार द्वारा संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पठन से हुई। इसके बाद विद्यार्थियों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर भाषण दिए। स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति गीत, रंगारंग नृत्य, कविता पाठ और नाटक के माध्यम से संविधान की भावना—न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व—का संदेश प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया।

प्राचार्य कृष्ण कुमार ने संविधान दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भारतीय संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज़ नहीं, बल्कि देश की एकता, न्याय, स्वतंत्रता और समानता की मजबूत नींव है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे संविधान की प्रस्तावना को केवल पढ़ें ही नहीं, बल्कि उसे जीवन में आचरण के रूप में अपनाएँ। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों जैसे अनुशासन, सत्यनिष्ठा, सहयोग और नागरिक जिम्मेदारीको अपनाना ही संविधान का वास्तविक सम्मान है। उन्होंने छात्रों को जागरूक, जिम्मेदार और देशहित में सक्रिय भूमिका निभाने वाला आदर्श नागरिक बनने का संदेश दिया।

वहीं, शिक्षक प्रमोद कुमार ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत का संविधान विश्व के सबसे विस्तृत और प्रभावी संविधानों में शामिल है, जिसे तैयार करने में डॉ. भीमराव आंबेडकर और संविधान निर्माताओं ने उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि संविधान नागरिकों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के पालन की भी प्रेरणा देता है। संविधान को किताब तक सीमित रखने के बजाय इसे जीवन का मार्गदर्शक मानकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक कर्तव्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। संविधान दिवस का यह आयोजन विद्यार्थियों में राष्ट्र के प्रति कर्तव्य, जिम्मेदारी और संविधान के प्रति सम्मान की भावना को मजबूत करने वाला साबित हुआ।

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