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योग दिवस पर द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में किया योग, कहा- इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का लें संकल्प

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि योग, मानवता को भारत का अनूठा उपहार है साथ ही आज के वक्त में जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं में वृद्धि के कारण यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है। मुर्मू ने राष्ट्रपति सचिवालय के अन्य अधिकारियों के साथ यहां राष्ट्रपति भवन में योग किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे विश्व समुदाय, विशेषकर भारत के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं! योग, मानवता को भारत का अनूठा उपहार है। जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं में वृद्धि के मद्देनजर योग आज और भी महत्वपूर्ण हो गया है।” उन्होंने योग करते हुए अपनी कुछ तस्वीरें ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ”योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहने का तरीका है। आइए हम योग को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संकल्प लें।” हर वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और योग के प्रति लोगों का आकर्षण भी लगातार बढ़ रहा है। मोदी ने यहां के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित मुख्य समारोह का नेतृत्व किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुझे योग और साधना की भूमि कश्मीर में आने का सौभाग्य मिला है। योग से हमें जो शक्ति मिलती है श्रीनगर में हम उसे महसूस कर रहे हैं। मैं देश के सभी लोगों को और दुनिया के कोने-कोने में योग कर रहे लोगों को कश्मीर की धरती से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देता हूं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था और भारत के इस प्रस्ताव का 177 देशों ने समर्थन किया था जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था। उन्होंने कहा, ‘‘तब से योग दिवस लगातार नए रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 10 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका है। आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और योग के प्रति लोगों का आकर्षण भी लगातार बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया योग को सबकी भलाई की शक्ति के रूप में देख रही है। मोदी ने कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में योग के प्रति जो आकर्षण बना है, जिस उमंग और उत्साह के साथ लोग योग के साथ जुड़ने के लिए आतुर हैं, वह जम्मू कश्मीर के पर्यटन को भी एक नई ताकत देने का अवसर बन गया है। अपने संबोधन के बाद प्रधानमंत्री ने सामूहिक योगाभ्यास में हिस्सा भी लिया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा दिसंबर 2014 में की थी। दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस का प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर आया था और इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया था।

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