नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने युवाओं से सकारात्मक परिवर्तन का वाहक बनने का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें सामाजिक बुराइयों से मुक्ति दिलाकर समाज को नवजीवन देना चाहिए। श्री नायडू ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर यहां जारी एक संदेश में कहा कि एक शांतिपूर्ण, न्याय प्रिय और समानता पर आधारित समाज के निर्माण में युवाओं की व्यापक भूमिका होगी। उन्होंने कहा, ” आज अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर विश्व मानवता के भावी नागरिकों से अपेक्षा करता हूं कि वे एक विश्व में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक बनें। “
उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक शांतिपूर्ण, न्यायपूर्ण और समावेशी विश्व के निर्माण में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। भारत एक युवा देश है। हमारे युवाओं ने विश्व में अपनी प्रतिभा और क्षमता का लोहा मनवाया है।” उन्होंने कहा, “समय की मांग है कि आज देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगे आएं …नया भारत आपके लिए इनोवेशन और उद्यमिता के नए द्वार खोल रहा है, नए अवसर आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं।” श्री नायडू ने कहा कि देश के युवा अशिक्षा, जात-पांत, रूढ़िवाद, लैंगिक भेदभाव, भ्रष्टाचार जैसी सामाजिक कुवृत्तियों से मुक्त करा कर समाज को नवजीवन दें। आपके सामने हमारे अमर क्रान्तिकारियों के अनुकरणीय आदर्श हैं । उनके सपनों का भारत बनाना, उनकी स्मृति के प्रति आपका दायित्व है।