एक बार फिर अपने नापाक इरादों से सामने आया आतंकी पन्नू, पंजाबियों को दे रहा ये लालच
चंडीगढ़: स्वतंत्रता दिवस के नजदीक आते ही सिख्स फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा फिर से भारतीयों, खासकर पंजाबी युवाओं को अपने भ्रामक प्रचार के जरिए भड़काकर तिरंगे झंडे का अपमान कराने की कोशिश शुरू कर दी गई है। भारत सरकार की ओर से आतंकवादी घोषित किया जा चुका पन्नू कई माध्यमों से भारत विरोधी दुष्प्रचार को पंजाब के युवाओं तक पहुंचाने का प्रयास करता रहता है। इस बार भी रिकॉर्डेड फोन कॉल्स और वीडियो मैसेजिज के जरिए इस काम को अंजाम देने की कोशिशें की जा रही हैं, जिनमें विभिन्न सरकारी इमारतों पर फहराए जाने वाले तिरंगे झंडे का अपमान करते हुए खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसाया जा रहा है।
विदेशों में सैटल करने का लालच देकर जाल में फंसाया जाए
ध्यान रहे कि आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस व ऐसे ही अन्य राष्ट्रीय महत्व के दिनों से पहले अपनी सक्रियता सोशल मीडिया पर बढ़ा दी जाती है और उसकी ओर से कोशिश की जाती है कि पंजाबी युवाओं को डॉलरों और विदेशों में सैटल करने का लालच देकर अपने जाल में फंसाया जाए। ऐसे ही कई मामले पहले भी रिपोर्ट हो चुके हैं जिनमें आतंकी पन्नू व उसके साथियों द्वारा उकसाए जाने के बाद युवाओं ने सरकारी इमारतों पर खालिस्तानी झंडे फहराने का प्रयास किया, दीवारों पर खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी लिखी और वीडियो बनाकर पन्नू को भेजे। वह अलग बात है कि ऐसी हरकतें करने वालों को न तो डॉलर हासिल हुए और न ही विदेशी धरती पर कदम रखने का उनका सपना पूरा हुआ, उलटा ऐसी घटनाओं के संबंध में तकरीबन 48 मामले पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व दिल्ली में दर्ज हुए जिनमें 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
युवाओं से की गई ये अपील
सबसे चर्चित व पहला मामला मोगा के कोर्ट परिसर पर 3 युवाओं द्वारा खालिस्तानी झंडा फहराने का रहा था, जिसमें पंजाब पुलिस द्वारा जसपाल सिंह, इंद्रजीत सिंह व आकाशदीप सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इन्हें 2021 में गिरफ्तार किया गया था और सख्त धाराओं की वजह से 19 से 25 वर्ष आयु वर्ग के ये युवक लंबे समय तक जेल में बंद रहे। आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा किए जाते दुष्प्रचार व युवाओं को लालायित करने के प्रयासों पर आई.जी. मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि पंजाब पुलिस ऐसे हर प्रकार के दुष्प्रचार को निष्प्रभावी करने में सक्षम है और पुराने मामलों में हुई गिरफ्तारियों के बाद यह बात भी स्पष्ट हो चुकी है कि किसी भी तरह की गैर-कानूनी गतिविधि को अंजाम देेने के बाद कोई भी पंजाब पुलिस व कानून की गिरफ्त से बच नहीं सकता। उन्होंने लोगों, खासकर युवाओं से अपील की है कि वे सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे भ्रामक प्रचार के जाल में न फंसें, बल्कि ऐसे किसी भी प्रयास की शिकायत पुलिस को करें।
गौरतलब है कि गत कई वर्षों से सिख्स फॉर जस्टिस संगठन व उसका प्रमुख कत्र्ताधर्ता गुरपतवंत सिंह पन्नू देश में और खासकर पंजाब में अशांति फैलाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रहा है। यह वही संगठन है जो लगातार पंजाब में सिखों व हिंदुओं के बीच टकराव पैदा करने का प्रयास करता रहा है। आतंकी गतिविधियों के कारण ही केंद्र सरकार की ओर से गुरपतवंत सिंह पन्नू को खतरनाक आतंकवादी की सूची में शुमार किया हुआ है।