डेढ़ लाख उपभोक्ताओं को मिले थे अधिक बिजली बिल, 3329 करोड़ की वसूली शेष
भोपाल: मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है और वसूली धीमी हो रही है। जनवरी 2022 तक कंपनी पर 15 हजार 750 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। वहीं कंपनी बिजली उपभोक्ताओं से 3329 करोड़ रुपए की वसूली नहीं कर पाई है। कंपनी के अधिकार क्षेत्र में कोरोना काल में वर्ष 2021 में अधिक बिल आने की 1 लाख 97 हजार 791 शिकायतें प्राप्त हुई। इनमें से 1 लाख 49 हजार 260 शिकायतें सही पाई गई, सभी शिकायतों का निराकरण किया गया।
विधायक कुणाल चौधरी के सवाल के लिखित जवाब में उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने यह जानकारी दी। मंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी पर मार्च 2021 में 13 हजार 786 करोड़ 22 लाख रुपए का कर्ज बाकी था। माह जनवरी में यह बढ़कर 15 हजार 750 करोड़ 7 लाख हो गया था।
उपभोक्ताओं के बिजली बिल वसूली की रफ्तार धीमी
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अपने उपभोक्ताओं से बिजली बिलों की वसूली नहीं कर पा रही है। वसूली लगातार बढ़ रही है। मार्च 2021 में उच्चदाब उपभोक्ताओं पर 111 करोड़ 38 लाख रुपए की वसूली बाकी थी। निम्न दाब उपभोक्ताओं से 1871 करोड़ 10 लाख रुपए की वसूली बाकी थी। जनवरी 2022 में उच्च दाब उपभोक्ताओं पर 1170 करोड़ 7 लाख रुपए और निम्न दाब उपभोक्ताओं पर 2151करोड़ 73 लाख रुपए के बिजली बिलों की वसूली बाकी है। इस तरह मार्च 2021 की तुलना में जनवरी 2022 में मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में उच्च दाब उपभोक्ताओं की बकाया राशि में 5.28 प्रतिशत और निम्न दाब उपभोक्ताओं के बकाया राशि में 14.99 प्रतिशत इजाफा हुआ है।
लगभग दो लाख उपभोक्ताओं को अधिक राशि के भेजे बिल
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने वर्ष 2021 में 1 लाख 97 हजार 791 लोगों को अधिक राशि के बिल भेज दिए। इसमें से 1 लाख 49 हजार 260 शिकायतें सही पाई गई। बाद में सभी शिकायतों का निराकरण किया गया।