अमेरिका में ऑर्गेनिक गाजर खाने से एक की मौत, 39 लोग संक्रमित
नई दिल्ली: अक्सर खराब खाना खाने की वजह से लोगों के बीमार होने की खबर आती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आर्गेनिक सब्जी खा कर भी आप बीमार हो सकते हैं? अमेरिका की ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें ऑर्गेनिक गाजर खाकर दर्जनों लोग इन्फेक्टेड हो गए हैं और एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है।
बताया जा रहा है कि इन लोगों ने पैकेट बंद ऑर्गेनिक गाजर खाई थी। अमेरिका में ई.कोलाई (E.coli) वाले गाजर के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। सेंट्रल फॉर डिजीज (सीडीसी) ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि अमेरिका के 18 राज्यों से ई.कोलाई के आउटब्रेक की जानकारी मिली है, जिससे 39 लोग प्रभावित हुए हैं। इसमें से एक की मौत हो गई, जबकि 38 लोगों में से 15 को अस्पताल में भर्ती किया गया है और किसी को भी हीमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम नहीं है। बता दें, यह एक गंभीर कंडीशन है, जो किडनी फेलियर का कारण बन सकती है।
कैलिफोर्निया के ग्रिमवे फार्म ने गाजर वापस मंगाई, जिसमें 365, कैल- ऑर्गेनिक, नेचर प्रॉमिस, ओ-ऑर्गेनिक्स, ट्रेडर जो और वेगमैन जैसे कई ब्रांड की बैग बंद ऑर्गेनिक गाजर शामिल थीं। इसके अलावा सीडीसी ने कस्टमर्स को बैग बंद गाजर को न खाने को कहा है और अपने रेफ्रिजरेटर या फ्रीजर की जांच करके इन गाजर को फेंकने को कहा है। बता दें, न्यूयॉर्क, मिनेसोटा और वाशिंगटन में रहने वाले लोग इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसके बाद कैलिफोर्निया और ओरेगन में कुछ लोग संक्रमित हैं।
ई. कोलाई क्या है?
ई. कोली एक आम बैक्टीरिया है जो मनुष्यों और जानवरों के निचले जठरांत्र संबंधी मार्ग में रहता है। इसे पानी और मिट्टी से भी अलग किया जा सकता है। हालाँकि अधिकांश स्ट्रेन हानिरहित हैं, लेकिन ई. कोली के कुछ स्ट्रेन शक्तिशाली विषाक्त पदार्थ पैदा करने में सक्षम हैं जो गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।
ई. कोली संक्रमण कैसे फैलता है?
यद्यपि ई. कोलाई कई तरीकों से फैल सकता है, लेकिन अनुमान है कि वर्तमान ई. कोलाई संक्रमणों में से 85 प्रतिशत खाद्य जनित हैं। चूँकि यह जीवाणु जानवरों के जठरांत्र संबंधी मार्ग में रहता है, इसलिए जानवर से मनुष्य में इसका संक्रमण संभव है। यह जानवरों के साथ सीधे संपर्क से या दूषित पशु उत्पादों के सेवन से हो सकता है। वध के दौरान या प्रसंस्करण के दौरान मांस दूषित हो सकता है। संक्रमण दूषित अधपके मांस, विशेष रूप से ग्राउंड बीफ़ खाने से हो सकता है।
संक्रमण के अन्य ज्ञात स्रोतों में शामिल हैं, बिना पाश्चुरीकृत दूध और जूस पीना, पालक, सलाद पत्ता और अल्फाल्फा स्प्राउट्स जैसी संदूषित ताजी पत्तेदार सब्जियां खाना; संदूषित सलामी खाना; तथा संदूषित सीवेज के पानी में तैरना या उसे पीना। अच्छी स्वच्छता और नियमित रूप से हाथ धोने के बिना, ई. कोली घरों, डेकेयर सेंटरों, नर्सिंग होम और अस्पतालों में ढीले मल में मौजूद बैक्टीरिया से व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है।