UP के इन जिलों में प्राकृतिक तेल और गैस स्त्रोत की संभावना, ONGC करेगी सर्वे, प्रशासन की मंजूरी

नई दिल्ली : यूपी में अलीगढ़ की जमीन के नीचे तेल और गैस के प्राकृतिक स्त्रोत की संभावना जताई गई है। अब पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के मिशन अन्वेषण के तहत इसका सर्वे ओएनजीसी के निर्देशन में शुरू होगा। प्रशासन के स्तर से हैदराबाद की कंपनी को पांच तहसीलों में कार्य करने के लिए संबंधित एसडीएम को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
ओएनजीसी के एक अधिकारी के अनुसार गंगा पंजाब बेसिन (यूपी-बिहार) में 2 डी भूकंपीय डेटा अधिग्रहण करने का कार्य हैदराबाद की अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड को दिया गया है। शुरुआती प्रक्रिया में होने वाले सेसमिक सर्वे के जरिए जमीन के नीच खनिज तत्वों का पता लगाया जाएगा। टू डी सेसमिक सर्वे में एक स्थान पर 22 मीटर तक ड्रिलिंग की जाती है। इसके बाद डाइनामाइट डालकर विस्फोट किया जाता है। कम तीव्रता के झटके उत्पन्न करने के लिए शॉट होल में विस्फोटकों को सेट करना और उत्पादित ऊर्जा को रिकॉर्ड करना शामिल है।
विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करके संसाधित किए जाने पर यह भूकंपीय डेटा पृथ्वी की उप-सतह की छवि उत्पन्न करता है, जिससे तेल और गैस युक्त संरचनाओं की पहचान होती है। अलीगढ़ में इस सर्वे के लिए ओएनजीसी द्वारा नियुक्त कंपनी अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड द्वारा अनुमति मांगी गई थी। जिस पर एडीएम वित्त मीनू राणा द्वारा एसडीएम कोल, इगलास, खैर, अतरौली, गभाना को पेट्रोलियम अन्वेषण के लिए नियमानुसार अपेक्षित सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
अलीगढ़ में गंगा किनारे सटे तहसील अतरौली क्षेत्र में वर्ष 2018 में ओएनजीसी सर्वे कर चुकी है। तब गांव भवीगढ़ में जमीन के नीचे लिए गए नमूनों को जांच के लिए भेजा था। जिसके बाद अब टू डी सेसमिक सर्वे यहां होगा। माना जा रहा है कि पूर्व में हुए सर्वे में यहां जमीन के नीचे तेल-गैस के प्राकृतिक स्त्रोत होने के संकेत पाए गए हैं।