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ऑनलाइन अश्लील चैट से वीडियो ब्लैकमेलिंग तक… हैदराबाद में पति-पत्नी की शर्मनाक हरकत सुन रह जाएंगे दंग

नई दिल्ली: हैदराबाद के अंबरपेट इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने पुलिस से लेकर आम लोगों तक को हैरान कर दिया है। मल्लिकार्जुन नगर में रहने वाला एक पति-पत्नी का जोड़ा पहले तो पैसे कमाने के लिए ऑनलाइन अश्लील चैट करने लगा और फिर धीरे-धीरे वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने लगे। इस दंपत्ति का नाम नरेश और पल्लवी है। दोनों फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

लाइव चैट के जरिए कमाते थे हजारों रुपए
पुलिस जांच में सामने आया कि नरेश और पल्लवी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाइव सेक्स चैट करते थे। वे पांच मिनट की लाइव चैट के लिए एक से दो हजार रुपए तक चार्ज करते थे। ये सब कुछ कैमरे और स्पेशल लाइव स्ट्रीमिंग डिवाइस के जरिए किया जाता था। धीरे-धीरे जब उनका लालच बढ़ा तो उन्होंने अपने ग्राहकों के वीडियो रिकॉर्ड करने शुरू कर दिए। इसके बाद उन्हीं वीडियो क्लिप्स का इस्तेमाल करके ब्लैकमेलिंग की जाने लगी। जो क्लिप पहले रिकॉर्ड हो चुकी थीं उन्हें भी 500 रुपए तक में बेचा जाता था।

मास्क से छुपाते थे पहचान
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी इस अपराध में पकड़े न जाएं इसलिए मास्क पहनकर लाइव वीडियो में आते थे ताकि कोई उनकी असली पहचान न कर सके। ऐप पर जुड़े ज्यादातर ग्राहक युवा थे जो गुमनाम रहकर इस तरह के कंटेंट तक पहुंचना चाहते थे।

मजबूरी ने दिलाया अपराध का रास्ता
पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे इस अपराध में जानबूझकर नहीं आए बल्कि आर्थिक तंगी की वजह से ऐसा करना पड़ा। नरेश पेशे से ऑटो चालक है लेकिन पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा था। परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। उनकी दो बेटियां हैं। एक इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है और दूसरी ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा में 99 फीसदी अंक हासिल किए हैं। बेटियों की पढ़ाई और घर के खर्चे के लिए उन्होंने ये रास्ता चुना।

पुलिस ने बरामद किए उपकरण
पुलिस ने छापेमारी कर नरेश और पल्लवी के घर से हाई डेफिनिशन कैमरे, रिकॉर्डिंग डिवाइस और कई लाइव स्ट्रीमिंग से जुड़े उपकरण जब्त किए हैं। पुलिस का मानना है कि इस नेटवर्क के जरिए और भी लोग जुड़े हो सकते हैं इसलिए आगे की जांच जारी है।

कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत में
पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इनके पास किसी और का डेटा या वीडियो स्टोर है जिसे बाद में गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।

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