देहरादून : चारधाम यात्रा के लिए देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए आज से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं के पंजीकरण के लिए सुबह सात बजे से वेबसाइट खोल दी है। इसके साथ ही श्रद्धालु मोबाइल ऐप, वॉट्सएप और टोल फ्री नंबर के जरिए भी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। प्रदेश सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य किया गया है।
चारों धामों के कपाट खोलने की तिथि और मुहूर्त तय होने के बाद से देश-विदेश के श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का भी बेसब्री से इंतजार था। रजिस्ट्रेशन के लिए पहले तिथि 8 अप्रैल रखी गई थी लेकिन तब पंजीकरण शुरू नहीं हो पाए। पर्यटन विभाग ने आज (15 अप्रैल) से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह 7 बजे से वेबसाइट खोल दी है। यात्रा शुरू होने के 25 दिन पहले ही पर्यटन विभाग ने यात्रियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करा दी है जिससे कि प्रदेश से बाहर से आने वाले श्रद्धालु अपनी यात्रा के लिए अच्छी तरह से प्लानिंग कर पंजीकरण करा सकें।
पिछले साल की ही तरह इस बार भी चार तरीकों से तीर्थयात्री अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। जिसके लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ ही यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्यौरा, निवास स्थान की जानकारी के लिए आईडी देनी जरूरी होगी। पर्यटन विभाग की वेबसाइट रजिस्ट्रेशन registrationandtouritcare.uk.gov.in पर लॉगिन कर पंजीकरण किया जा सकता है। वॉट्सएप नंबर 8394833833 पर yatra लिखकर मैसेज करके भी पंजीकरण कराया जा सकता है।
जो यात्री वेबसाइट पर पंजीकरण कर पाने में असमर्थ हो उनके लिए पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर कॉल करके पंजीकरण कराने की सुविधा दी है। इसके साथ ही स्मार्टफोन पर touristcareuttarakhand (टूरिस्ट केयर उत्तराखंड) मोबाइल ऐप से पंजीकरण कराया जा सकता है।
पिछले साल चारधाम यात्रा के लिए 74 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण करवाया था। यात्राकाल में 56 लाख तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस बार भी पर्यटन विभाग को श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने की उम्मीद है। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने कहा है कि चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। जो भी श्रद्धालु चारधाम की यात्रा के लिए आना चाहते हैं उनके लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
ऋषिकेश चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में भी मैनुअल रजिस्ट्रेशन के लिए आठ काउंटर बनाए गए हैं। हालांकि एनकाउंटरों को शुरू करने के लिए भी तिथि तय नहीं की गई है लेकिन काउंटर स्थापित करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है।
उत्तराखंड विकास पर्यटन विकास परिषद कार्यालय में कॉल सेंटर संचालित किया जाएगा। जहां से सुबह 7:00 से रात 10:00 बजे तक रजिस्ट्रेशन के संबंध में जानकारी ली जा सकती है। फिलहाल इस साल किसी भी धाम के लिए यात्रियों की संख्या सीमित करने की कोई व्यवस्था नहीं है।
पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए जारी किये निर्देश:
चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विभाग ने जरूरी निर्देश जारी किये हैं।
- यात्रा से पूर्व पंजीकरण अवश्य करवायें और रजिस्ट्रेशन में सही मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- धामों पर दर्शन टोकन अवश्य प्राप्त करें।
- श्रद्धालु अपने साथ पर्याप्त गरम कपड़े, छाता, रेनकोट आदि रखें।
- श्रद्धालु किसी भी प्रकार की कोई दवा लेते हैं तो प्रचुर मात्रा में अपने साथ स्टॉक रखें।
- यात्रा मार्ग पर विभिन्न पड़ावों में विश्राम करते हुए ही आगे बढ़ें जिससे कि बदलते जलवायु से उन्हें कोई दिक्कत ना हो।
- यात्रा के दौरान श्रद्धालु किसी भी तरह की अस्वस्थता महसूस करते हैं तो यात्रा को स्थगित कर दें।
- हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए टिकट heliyatra.irctc.co.in से बुक करें।
- हेलीकॉप्टर टिकट देने का दावा करने वाले अनधिकृत व्यक्तियों से बचें।
- धामों का दर्शन के कराने का दावा करने वाले लोगों के झांसे में ना आएं।
- यात्रा मार्ग में कहीं पर भी गंदगी ना फैलाएं।
- श्रद्धालु अपने वाहनों को नियंत्रित गति से चलाएं तथा उचित स्थलों पर ही पार्क करें।
10 मई से होगा चारधाम यात्रा का शुभारंभ
प्रदेश में आगामी 10 मई से चारधाम यात्रा का आगाज हो जाएगा। केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 10 मई को भक्तों के लिए खोले जायेंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 में को खुलेंगे। केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को सुबह अभिजीत मुहूर्त में 7:00 बजे खोले जाएंगे। अक्षय तृतीया तिथि होने के कारण श्री यमुनोत्री धाम के कपाट इसी दिन रोहिणी नक्षत्र में 10:29 पर खुलेंगे।
गंगोत्री धाम के कपाट दोपहर 12:25 पर खोले जाएंगे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6:00 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं पंच केदारों में से एक तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 10 मई को और पंच बद्री में भविष्य बद्री के कपाट 12 मई को खोले जायेंगे।