ऑपरेशन गंगा: यूक्रेन के सूमी से सभी भारतीय छात्रों को निकाला गया; अब तक करीब 18 हजार लौटें स्वदेश
नयी दिल्ली. विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) ने मंगलवार को बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन (Ukraine) के सूमी शहर (Sumy City) से सभी भारतीय छात्रों (Indian Students) को निकाल लिया गया है और ‘आपरेशन गंगा’ (Opration Ganga) अभियान के तहत उड़ानों में उन्हें भारत वापस लाया जायेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “यह सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमने सूमी से सभी भारतीय छात्रों को निकाल लिया है। वे अभी पोलतावा शहर के लिए रास्ते में हैं जहां से वे पश्चिमी यूक्रेन के लिये रेलों पर सवार होंगे ।”
उन्होंने कहा कि आपरेशन गंगा अभियान के तहत उड़ानों में उन्हें भारत वापस लाया जायेगा। बागची ने हालांकि इस बात का उल्लेख नहीं किया कि इन्हें किस सीमा चौकी के जरिये और कब यूक्रेन से बाहर निकाला जायेगा ताकि वे भारत वापसी के लिये उड़ान ले सकें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया जिसमें भारतीय छात्रों को खड़ी बसों के पास जलपान करते देखा जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि भारत, 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले शुरू होने के बाद से, पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे 17,100 से अधिक भारतीय छात्रों को अब तक वापस ले आया है। सूमी में रूसी और यूक्रेनी सैनिकों के बीच कई दिनों से जंग चल रही है। इससे पहले, केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी शहर से भारतीय छात्रों को निकालना शुरू कर दिया गया है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैंने नियंत्रण कक्ष में बात की है, बीती रात तक सूमी में 694 भारतीय छात्र थे। वे सभी आज बसों से पोलतावा के लिए रवाना हो गए हैं।”
वहीं, यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा जारी परामर्श में यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों से देश के विभिन्न हिस्सों में घोषित मानवीय गलियारे का उपयोग करने तथा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर ट्रेन, वाहन या अन्य माध्यमों के जरिये बाहर निकलने का आग्रह किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी और सूमी से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के तरीकों पर चर्चा की थी, जो पूर्वी यूरोपीय देश पर रूस के हमले के बाद वहां फंस गए हैं। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सोमवार को कहा था कि सूमी में फंसे भारतीय छात्रों की पोलतावा से होते हुए पश्चिमी सीमाओं तक सुरक्षित निकासी में समन्वय के लिए मिशन का एक दल पोलतावा शहर में तैनात है।