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हाफिज सईद जैसे आतंकियों को भारत को सौंपने तक ऑपरेशन सिंदूर रहेगा जारी, इज़राइल में बोले भारतीय राजदूत जेपी सिंह

येरुशलम/नई दिल्ली: पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है। इज़राइल में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है, बल्कि कुछ समय के लिए रोका गया है। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान भारत को हाफिज सईद, साजिद मीर, जाकिउर्र रहमान लखवी जैसे खूंखार आतंकियों को नहीं सौंप देता, तब तक ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा।

एक मीडिया चैनल को दिए एक साक्षात्कार में, जेपी सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई थी। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 मासूमों की हत्या कर दी। यह हमला भारत के लिए एक रेड लाइन थी।”जेपी सिंह ने बताया कि भारत ने इस हमले के जवाब में पाकिस्तान में मौजूद आतंकी अड्डों को निशाना बनाया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।

उन्होंने कहा, “सीजफायर अब भी लागू है, लेकिन हमने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर को खत्म नहीं किया गया है। यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का हिस्सा है। हमने एक ‘न्यू नॉर्मल’ सेट किया है—अगर आतंकवादी कहीं भी मिलते हैं, तो उन्हें खत्म किया जाएगा, और उनके ठिकानों को तबाह किया जाएगा।” जेपी सिंह ने खुलासा किया कि 10 मई की सुबह पाकिस्तान के डीजीएमओ (DGMO) ने भारत से संपर्क कर सीजफायर की अपील की थी, जब भारत की आक्रामक कार्रवाई से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया था।

जेपी सिंह ने सिंधु जल समझौते (1960) पर भी भारत का सख्त रुख सामने रखा। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान को पानी देते हैं, लेकिन बदले में हमें आतंकवाद मिलता है। यह स्वीकार्य नहीं है। हमारे प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि अब ‘पानी और खून एक साथ नहीं बहेंगे’। अगर पाकिस्तान चाहता है कि यह समझौता कायम रहे, तो उसे आतंकवाद को खत्म करना ही होगा।” जेपी सिंह ने यह भी दोहराया कि पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ भारत की लड़ाई अंतिम मुकाम तक जाएगी।

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