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खूब चल रही बॉर्डर पर ऑर्डर की सप्लाई

खूब चल रही बॉर्डर पर ऑर्डर की सप्लाई

अब बलिया बना शराब तस्करों का स्वर्ग, बैरिया इलाका सबसे मुफीद

लखनऊ/बलिया : पड़ोसी राज्य बिहार में शराब बंदी कानून लागू होने के बाद शराब तस्करों के लिये बलिया जिला स्वर्ग हो गया है। खासतौर पर जनपद का बैरिया इलाका शराब तस्करी के लिए काफी मुफीद हो गया है। जिले का यह इलाका शराब का हब बन गया है । बिहार में शराब बंदी के बाद बैरिया इलाके में शराब का कारोबार जमकर फलफूल रहा है। आये दिन यहां शराब तस्करी के छोटे बड़े मामले सामने आते रहते हैं, ताजा मामले में बैरिया पुलिस ने एक बार फिर से दो शराब तस्कर समेत 12 लाख रुपये का शराब बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने सुबह-सवेरे ही तस्करी के तहत पिकअप से बिहार भेजी जा रही 230 पेटी अंग्रेजी शराब को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर चिरइयां मोड़ के निकट से बरामद कर लिया। बरामद शराब में 8 पीएम फ्रूटी, रायल स्टेग व इंपीरियल ब्लू शराब शामिल है।

बैरिया थानाध्यक्ष संजय त्रिपाठी के मुताबिक़ उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि हल्दी थाना क्षेत्र के गायघाट निवासी सोनू तुरहा व सिताब दियरा निवासी गोलू सिंह पिकअप पर शराब लादकर तस्करी के माध्यम से बिहार ले जा रहे हैं। इस सूचना पर उप निरीक्षक लाल बहादुर यादव व पुलिसर्मियों के साथ घेराबंदी कर शराब से लदे पिकअप को कब्जे में ले लिया गया।

पिकअप से पुलिस ने सोनू तुरहा चालक व गोलू सिंह को पूछताछ के बाद गिरफ्तार करते हुए पिकअप व शराब को कब्जे में ले लिया। थानाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया दोनों लोग काफी दिनों से अवैध शराब के धंधे में लिप्त थे। इनके खिलाफ धारा 60 (1), 63 व 72 आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को न्यायालय के सुपुर्द कर दिया गया है।

थमने का नाम नहीं ले रही है बॉर्डर पर शराब की तस्करी

जिले में शराब बरामदगी का यह पहला मामला नहीं है । जिले के विभिन्न थाना में अवैध शराब की व्यापक पैमाने पर बरामदगी का दावा पुलिस द्वारा किया जाता है। ज्यादातर मामलों में पुलिस का दावा होता है कि तस्करी कर शराब पंजाब व हरियाणा से लाया जा रहा था । कार्रवाई के दावों के बावजूद शराब की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। सूत्रों की माने तो नित्य ही तस्कर पुलिस को धता बताते हुए अथवा उनकी मिलीभगत से भारी मात्रा में अंग्रेजी शराब तस्करी के माध्यम से बिहार ले जा रहे हैं।

ऋषि व कृषि भूमि बैरिया की नई पहचान शराब तस्करी से

आम जन में इसको लेकर सत्ताधारी दल के नेताओं को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। बलिया के भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के भांजे विनय कुमार सिंह ने पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में बेबाकी से स्वीकार किया कि ऋषि व कृषि की भूमि के रूप में पहचान रखने वाले बैरिया की नई पहचान शराब व बालू तस्करी से हो गई है।

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