देहरादून, 2 सितंबर 2021 (ब्यूरो रिपोर्ट) : उत्तराखण्ड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) ने भारत सरकार के सहयोग से आज ऊर्जा संरक्षण भवन कोड के अंतर्गत भवन एनवेलप पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीपक रावत निदेशक, उरेडा, प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल, पिटकुल एवं कुम्भ मेलाधिकारी रहे।
कार्यशाला में एस.एम श्रीवास्तव टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग उत्तराखण्ड, विश्वजीत राय (वरिष्ठ वास्तुविद), सीपीडब्लूडी तथा यूपीसीएल, एमडीडीए, जल संस्थान, यूडीडी, सिडकुल, ब्रिडकुल आदि विभागों के अधिकारी कार्यशाला में सम्मिलित हुये। कार्यशाला में मुख्यतः भवन निर्माण में ऊर्जा संरक्षण एवं ऊर्जा दक्षता के सम्बन्ध में जानकारियां दी गयी।
इस मौके पर दीपक रावत ने ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता के विषय में भी जानकारी दी। ईसीबीसी कोड को प्रदेश में ऊर्जा बचत एवं जलवायु हित में अपनाने की सलाह दी गयी। कार्यशाला में उरेडा की ओर से मुख्य परियोजना अधिकारी, नीरज कुमार गर्ग, प्रभारी ऊर्जा संरक्षण एवं दक्षता मनोज कुमार एवं वरिष्ठ परियोजना अधिकारी अखिलेश शर्मा तथा अभिषेक पाण्डे द्वारा विस्तार में जानकारी दी गयी एवं अधीक्षण अभियन्ता यूपीसीएल तथा ईसीबीसी के विशेषज्ञों ने भी विस्तार से जानकारी दी गयी।
कार्यशाला का आयोजन अखिल भारतीय स्थानीय स्वशासन संस्थान के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम में ईसीबीसी मास्टर ट्रेनर जितेन्द्र कुमार व्यास द्वारा भवन निर्माण में दीवार, खिडकियां, छत के विषय में तथा भवन में होने वाली बिजली की बचत के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए अवगत कराया कि कैसे हम अपने वाणिज्य या आवासीय भवन में बिजली का भार कम कर सकते हैं तथा प्राकृतिक रूप से तापमान नियंत्रण एवं ऊर्जा की खपत कम कर सकते हैं। मनोज कुमार प्रभारी, ऊर्जा संरक्षण, उरेडा एवं विकास गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता, यूपीसीएल द्वारा गो-इलेक्ट्रिक कैम्पेन एवं ई-व्हीकल के सम्बन्ध में भी जानकारी दी गयी।