उत्तराखंड

अनाथ बच्चे सीएम धामी को पुकारते हैं ‘मामा’, मंत्री रेखा को ‘बुआ’

देहरादून(गौरव ममगाईं)। बचपन में ही सिर से माता-पिता का साया उठ गया.. जो बच्चे कभी खुद को असहाय महसूस किया करते थे, आज ऐसा क्या हुआ कि उनके चेहरे पर मुस्कान लौटने लगी है। खास बात ये भी है कि आज ये बच्चे खुद को अकेला महसूस नहीं कर रहे हैं, क्योंकि इन्हें तो अब अपने परिवार के बीच होने का अहसास होने लगा है। हो भी क्यों न, जब इन बच्चों के मामा ही प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हों तो यह खुशी स्वाभाविक है।

 जी हां, ऐसा ही कुछ हुआ है उत्तराखंड में। जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अनाथ बच्चों का मामा बनकर अभिभावक की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। खास बात ये है कि सीएम धामी ने इसकी जानकारी मीडिया से कभी साझा की ही नहीं, वो तो आज सीएम धामी का सरल एवं सौम्य रूप रूप तब सबके सामने आया, जब बाल विकास एवं महिला सशक्तीकरण मंत्री रेखा आर्य ने इसका खुद खुलासा किया।

  मंत्री आर्य ने बताया कि इन बच्चों को 2021 से दिसंबर 2023 तक 363.09 लाख रुपये जारी किये जा चुके हैं। सीएम धामी चाहते हैं कि ये बच्चे अपने रूचि के अनुसार संबंधित क्षेत्र में नाम रोशन करें। इसके लिए सीएम धामी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि इन बच्चों को बेहतर करियर के लिए उचित गाइडेंस भी देते रहें।

उत्तराखंड की धामी सरकार एक ओर सुशासन और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए कड़ा रूख अपनाते हुए आगे बढ़ रही है, जिससे भ्रष्टाचारी व अपराधियों में खलबली मची हुई है, वहीं दूसरी ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जिम्मेदार अभिभावक के रूप में सरल एवं सौम्य रूप भी सामने आता रहा है।  बता दें कि इससे पहले सिलक्यारा रेस्क्यू के दौरान भी सीएम पुष्कर सिंह धामी  को जिम्मेदार अभिभावक के रूप में देखा गया था, जिसमें उन्हें 41 श्रमिकों की सकुशल वापसी की चिंता सताती रही। सीएम धामी के इस रूप को प्रदेश ही नहीं, देशभर में खूब पसंद किया गया था। अबकि बार सीएम धामी का बच्चों के प्रति ममता व अपनत्व का भाव देखना बेहद सुखद अनुभव है।

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