गोंडा में दर्दनाक हादसा: पृथ्वीनाथ मंदिर जा रही बोलेरो नहर में पलटी, 11 की मौत, एक लापता

गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रविवार सुबह एक भीषण हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। पृथ्वीनाथ मंदिर जा रही श्रद्धालुओं से भरी एक बोलेरो गाड़ी सरयू नहर में पलट गई, जिसके परिणामस्वरूप 11 लोगों की मृत्यु हो गई। हादसे में चार लोग घायल हुए हैं, और एक व्यक्ति के नहर में डूबे होने की आशंका है, जिसकी तलाश में एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है।
घटना मोतीगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पारासराय अलावल देवरिया मार्ग पर रेहरा गांव के पास सरयू नहर पुल के नजदीक सुबह करीब 8 बजे हुई। मोतीगंज के सीहागांव निवासी प्रह्लाद गुप्ता अपने परिवार और दोस्तों के साथ बोलेरो (UP 43 T 4204) में सवार होकर पृथ्वीनाथ मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। बताया जाता है कि बारिश के कारण सड़क फिसलन भरी थी, और चालक का नियंत्रण खोने से गाड़ी अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।
गाड़ी में कुल 15 लोग सवार थे, जिनमें से 11 की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में अधिकतर एक ही परिवार के सदस्य थे। मृतकों की पहचान बीना (35), काजल (22), महक (12), दुर्गेश, नंदिनी, अंकित, शुभ, संजू वर्मा, अंजू, अनसुइया, और सौमिया के रूप में हुई है। चार घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से नहर से सुरक्षित निकाला गया, और उन्हें बाबू ईश्वरशरण चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है।
बचाव कार्य और प्रशासन की तत्परता
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। थानाध्यक्ष इटियाथोक केजी राव ने बताया कि नहर से 11 शव बरामद किए गए हैं। एक बची हुई बालिका ने बताया कि गाड़ी में 16 लोग सवार थे, जिसके आधार पर एक और व्यक्ति के नहर में डूबे होने की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है।
दुर्घटना स्थल पर आयुक्त देवीपाटन मंडल शशिभूषण लाल सुशील, आईजी अमित पाठक, और एसपी विनीत जायसवाल मौजूद हैं। प्रभारी डीएम अंकिता जैन घायलों के इलाज की व्यवस्था का जायजा लेने मेडिकल कॉलेज पहुंचीं। स्थानीय लोगों और गोताखोरों ने भी बचाव कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्यमंत्री का शोक संदेश और मुआवजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही, उन्होंने प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं।
हादसे का कारण
प्रारंभिक जांच में गाड़ी के अनियंत्रित होने को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। बारिश के कारण सड़क पर फिसलन और संभवतः तेज रफ्तार ने इस दुर्घटना को और गंभीर बना दिया। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
क्षेत्र में शोक की लहर
यह हादसा गोंडा के लिए एक बड़ी त्रासदी है। मृतकों में ज्यादातर एक ही परिवार के होने से गांव में मातम पसरा हुआ है। स्थानीय लोग और परिजन गमगीन हैं। प्रशासन ने मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, और घायलों के इलाज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
यह दुखद घटना सड़क सुरक्षा और बारिश के दौरान वाहन चलाने में सावधानी की आवश्यकता को फिर से रेखांकित करती है। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और ओवरलोडिंग से बचें।