इंडियन आर्मी ने 290 किलोमीटर रेंज तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह टेस्ट राजस्थान के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ। रक्षा सूत्रों के अनुसार ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण सफल रहा। इस अवसर पर सेना एवं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले भी यहां ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के प्रमुख सुधीर मिहरा ने बताया, ‘भारतीय सेना के पास सुस्पष्ट हमले के लिए ब्रह्मोस मिसाइल सर्वाधिक खतरनाक एवं प्रभावी शस्त्र प्रणाली है और इसने आज के सफल प्रक्षेपण में एक बार फिर अपनी कारगरता साबित की।’ सेना ने अपने शस्त्रों के बेडे में ब्रह्मोस की तीन रेजीमेंटों को पहले ही शामिल कर रखा है। ब्रह्मोस को भूमि, समुद्र, सब-सी और हवा से समुद्र तथा भूमि में लक्ष्यों पर दागा जा सकता है।
ब्रह्मोस की खासियत:
– मल्टी मिसाइल ब्रह्मोस की रफ्तार 2.8 मैक है, जो कि इसे दुनिया की तेज स्पीड वाली मिसाइल शामिल कराती है।
– दुनिया के सबसे आधुनिक हथियारों से लैस नाटो के पास भी सिर्फ 1 से 1.5 मैक की गति की मिसाइल को रोकने की क्षमता है। स्पीड के कारण इस मिसाइल का पता लगाना बेहद कठिन है।
– 290 किलोमीटर की रेंज तक मार करने की क्षमता।
– जमीन और समुद्र से आसमान में दुश्मन पर अटैक कर सकती है।
– ब्रह्मोस सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान में तैनात किया जा सकता है। बाद में इसे रफेल और नेवी के मिग-29 K में भी उपयोग में लाया जा सकेगा।
– हवा में ही अपनी दिशा बदल सकता है और चलते फिरते टार्गेट को भी भेद सकता है।
– ब्रह्मोस मिसाइल अपने साथ 300 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जा सकती है।