PAK के खिलाफ बड़े प्लान की तैयारी? तीनों सेना प्रमुखों ने रक्षा मंत्री के साथ की बैठक
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर एक बड़ी बैठक होने वाली है. हमले में शामिल आतंकवादियों को पाकिस्तानी समर्थन को लेकर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, थल सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रमुख की 25 फरवरी को भारतीय दूतावास के अधिकारियों के साथ बैठक होगी. ये बैठक सोमवार को शुरू होगी और दो दिन चलेगी.
दो दिन की इस बैठक में आतंकवाद के मोर्चे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने पर चर्चा हो सकती है. सरकार के एक सूत्र ने कहा कि अधिकारियों को पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका को बेनकाब करने को लेकर कहा जाएगा. बता दें कि पुलवामा हमले को लेकर भारत पहले ही विश्व शक्तियों को एकसाथ ला चुका है. पीएम मोदी हमलावरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत भी दिए हैं.
दो दिवसीय सम्मेलन में अमेरिका, रूस और अन्य मित्र देशों सहित दुनिया के महत्वपूर्ण देशों के साथ संबंधों पर विस्तृत चर्चा होगी. सैन्य संबंधों पर अपने विचार रखने के लिए विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी सम्मेलन में शामिल होंगे.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुले तौर से भारत के समर्थन में आ चुके हैं. ट्रंप ने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर कायराना हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव को बेहद खतरनाक बताया. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्हें लगता है इस मामले में भारत कुछ बड़ा करने की सोच रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उसने अमेरिकी मदद का गलत फायदा उठाया है. ट्रंप ने पाकिस्तान को दी जाने वाली 1.3 बिलियन डॉलर की मदद तत्काल प्रभाव से रोक दी है.
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सदस्य देशों ने पुलवामा आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. पुलवामा में हुए फिदायीन हमले को सदस्य देशों ने घृणित और कायराना हरकत बताई. 14 फरवरी को हुए इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली. भारत के प्रस्ताव पर UNSC के P5 देशों (स्थाई सदस्यों) और 10 अस्थाई सदस्यों ने इस हमले की निंदा की, इनमें चीन भी शामिल है.
हमले के बाद भारत का पाक पर प्रहार
इस हमले के बाद से भारत पाकिस्तान पर राजनयिक, राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर प्रहार कर रहा है. भारत पाकिस्तान को दुनिया से अगल-थलग करने की लगातार कोशिश कर रहा है. वह हमले के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी छीन लिया. इसके अलावा पाकिस्तान से आने वाले सामानों पर इंपोर्ट ड्यूटी को 200 फीसदी तक बढ़ा दिया.
भारत ही नहीं अमेरिका में भारतीय मूल के लोग भी पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से में हैं. अमेरिका के न्यूजर्सी और न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के लोगों ने पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन किया और विश्व समुदाय से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.