PAK में पेट्रोल की कीमत नौ माह के सबसे ऊचें स्तर पर, डीजल 117 रुपये लीटर
आर्थिक रूप से बदहाल पाकिस्तान की सरकार आय बढ़ाने के तमाम नए तरीके तो अपना ही रही है, जनता पर टैक्स और कीमतों का बोझ बढ़ाकर भी राजस्व को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है सरकार ने रविवार को सभी पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 6.45 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है. अप्रैल माह के लिए लागू कीमतों के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 6 रुपये प्रति लीटर और किरोसीन तथा लाइट डीजल ऑयल (LDO) में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़त की गई है.
पाकिस्तान की जनता महंगाई और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से काफी परेशान है. इसके बावजूद सरकार ने चेतावनी दी है कि अगले महीनों में बिजली और गैस की कीमतें भी बढ़ाई जाएंगी.
अब हाई स्पीड डीजल 117 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 99 रुपये लीटर हो गया है. इससे वहां की जनता काफी परेशान है. पाकिस्तान सरकार ने कहा है कि पिछले महीने कच्चे तेल की कीमतों में 2 फीसदी की बढ़त की वजह से दाम में यह बढ़ोतरी करनी पड़ रही है. हाई स्पीड डीजल (HSD) की एक्स डिपो प्राइस 117.43 रुपये प्रति लीटर हो गई है, यह जुलाई 2018 के बाद सबसे ज्यादा है. पहले रेट 111.43 रुपये प्रति लीटर था.
इसी तरह, मोटर स्प्रिट (पेट्रोल) की कीमत 98.89 रुपये प्रति लीटर हो गई है जो नौ माह की सबसे ऊंची रेट है. पहले पेट्रोल की कीमत 92.89 रुपये थी. किरोसीन के लिए कीमत अब 89.31 रुपये प्रति लीटर तय की गई है, जो अक्टूबर 2014 के बाद सबसे ज्यादा है. लाइट डीजल यानी एलडीओ की कीमत 80.54 रुपये प्रति लीटर तय की गई है, जो पांच महीने का उच्चतम स्तर है.
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, सरकार ने इसके बावजूद बढ़त का पूरा बोझ जनता पर नहीं डाला है और जनता की नाराजगी से बचने के लिए टैक्स दर कम कर दिया है. पाकिस्तान के ऑयल ऐंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी (Ogra) ने अनुमान लगाया था कि एचएसडी की कीमत में 11.17 रुपये प्रति लीटर, पेट्रोल की कीमत में 11.91 रुपये प्रति लीटर और केरोसीन की कीमत में 6.65 रुपये प्रति लीटर की बढ़त करनी होगी. पिछले एक महीने में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 66.57 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 67.86 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी.
इसके पहले पाकिस्तान सरकार ने सभी पेट्रोलियम पदार्थों पर जनरल सेल्स टैक्स बढ़ाकर 17 फीसदी कर दिया था. पेट्रोल और एचएसडी दो ऐसे बड़े उत्पाद हैं जिनसे सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है, क्योंकि देश में इनकी खपत बढ़ती जा रही है. देश में पेट्रोल की हर महीने खपत करीब 7 लाख टन और एचएसडी की खपत 9 लाख टन है. केरोसीन और एलडीओ की खपत करीब 10 हजार टन प्रति महीना होती है. पाकिस्तान में पेट्रोलियम की कीमत साल 2017 से ही बढ़ती जा रही है.