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गूगल में “महाकुंभ” सर्च करने वालों मे टॉप पर पाकिस्तानी, अरब मुल्क भी पीछे नहीं

दस्तक डेस्क. महाकुंभ अब सिर्फ भारतीय नहीं बल्कि एक वैश्विक पर्व बन चुका है। दुनिया के इस सबसे बड़े और भव्य मेले के आयोजन का शुभारंभ तीर्थराज प्रयागराज मे सोमवार 13 जनवरी से हो चुका है। यह आयोजन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव का गवाह बनता दिख रहा है। जापान, इंग्लैंड, अमेरिका ब्राजील, जर्मनी और स्पेन जैसे देशों के श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने का सिलसिला अनवरत जारी हैं। खास बात यह है कि यूरोपीये देशों के साथ ही पाकिस्तान और अरब समेत कई इस्लामिक मुल्क भी इस महाकुंभ में ख़ासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

गूगल ट्रेंड्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक देशों में महाकुंभ के आयोजन को सर्च इंजन गूगल मे खूब सर्च किया जा रहा है । महाकुंभ से जुड़ी जानकारी सर्च करने वाले देशों की सूची पर गौर करें तो इस लिस्ट मे पहला नाम सबसे ज्यादा चौंकाता है जो कि पाकिस्तान का है । आतंकवाद परस्त इस देश पाकिस्तान में लोग महाकुंभ के आयोजन और यहां जुट रही व्यापक भीड़ को लेकर गहरी रुचि दिखा रहे हैं और इसके बारे में पढ़ और खोज रहे हैं। पाकिस्तान के बाद कतर, यूएई और बहरीन जैसे देशों के अलावा, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा, आयरलैंड, ब्रिटेन, थाईलैंड और अमेरिका जैसे देशों के लोग भी महाकुंभ के बारे में खूब सर्च कर रहे हैं।

विदेशी भी लगा रहे महाकुंभ में डुबकी
महाकुंभ में बढ़ती अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों की संख्या सनातन संस्कृति के बढ़ते प्रभाव का प्रत्यक्ष प्रमाण है । प्रयागराज के संगम में डुबकी लगाने वालों मे सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशों से आए लाखों श्रद्धालु भी इस दिव्य एवं अद्भुत महाकुंभ का हिस्सा बन रहे हैं। इस रिपोर्ट के आकड़ों पर गौर करें तो इस महामेले ने दुनिया को एक बार फिर भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और सनातन धर्म की अलौकिक शक्ति का अहसास कराया है।

अमृतस्नान मे 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया संगम स्नान
महाकुंभ के दूसरे दिन मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान संगम तट पर साढ़े तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया । इसकी जानकारी खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सोशल मीडिया अकाउंट “एक्स” के जरिए दी। सीएम योगी ने बताया कि प्रथम अमृत स्नान पर्व पर मंगलवार को 3. 50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों एवं श्र‌द्धालुओं ने त्रिवेणी में अमृत स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।

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