पाक की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल,हमे खैरात नहीं बल्कि निवेश चाहिए- पीएम शरीफ
इस्लामाबाद: पाकिस्तान और चीन के बीच इन दिनों रिश्तों में तल्खी साफ तौर पर नजर आ रही है। यही कारण है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चीन से कहा है कि उन्हें खैरात नहीं बल्कि निवेश चाहिए। दरअसल, चीनी नागरिकों पर बढ़ते हमले और सीपीईसी में भ्रष्टाचार के कारण चीन ने पाकिस्तान को फंड देना बंद कर दिया है। इस कारण सीपीईसी के अधिकतर प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। फंड की कमी के कारण सीपीईसी में काम करने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। इससे पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था पर और ज्यादा बोझ बढ़ रहा है।
शहबाज बोले- पाकिस्तान के लिए चीन एक रोल मॉडल
शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और चीन की दोस्ती में कई तूफान आए, लेकिन उनके संबंध साल दर साल और अधिक मजबूत होते चले गए। उन्होंने पिछले तीन दशकों के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति करने और गरीबी के स्तर से ऊपर उठाने के लिए चीन की तारीफों के पुल बांधे। शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान में निवेश करने वाली चीनी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि पाकिस्तान के पास अपने विकास का अनुकरण करने और उसे दोहराने के लिए एक मॉडल के रूप में चीन है।
‘चीन से खैरात नहीं, बल्कि निवेश और विशेषज्ञता चाहिए’
शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान जीवन के हर क्षेत्र में चीन से समर्थन चाहता है और उसे उद्योगों और कृषि के क्षेत्र में चीन के अनुभव से फायदा होगा। उन्होंने शेखी बघारते हुए कहा कि पाकिस्तान ने संकल्प लिया है कि हम सभी चुनौतियों का सामना करेंगे चाहे वे कितनी भी कठिन हों और पाकिस्तान को प्रगति की ओर ले जाएंगे। इसके लिए, पाकिस्तान को हमारे चीनी दोस्तों से वास्तविक समर्थन की जरूरत है। यह सहायता पैसे या खैरात के रूप में नहीं बल्कि निवेश, व्यापार और विशेषज्ञता के मामले में होनी चाहिए।
शहबाज शरीफ ने चीन को बताया भरोसेमंद दोस्त
शहबाज शरीफ ने कहा कि चीन पाकिस्तान का सबसे भरोसेमंद दोस्त है। उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को लेकर चीन की दिल खोलकर तारीफ की, हालांकि इस दौरान वे ग्वादर में लोगों का विरोध और बलूचिस्तान में नागरिकों के विद्रोह का जिक्र करना भूल गए। उन्होंने कहा कि चीन ने सीपीईसी को लेकर पाकिस्तान का निरंतर साथ दिया है और इसके लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग बधाई के पात्र हैं।
शहबाज ने बड़े भाई नवाज की जमकर तारीफ की
पीएम शहबाज ने पाकिस्तान में चीनी निवेशकों को पूरी तरह से सुविधा प्रदान करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के विकास में चीन के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। इतना ही नहीं, उन्होंने सीपीईसी का पूरा क्रेडिट अपने बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दिया। पिछले दशक की शुरुआत को याद करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि कभी पाकिस्तान में बिजली की भारी कमी हुआ करती थी, लेकिन नवाज शरीफ ने चीन के साथ समझौता कर इसके उत्पादन को बढ़ावा दिया।